UPSC Success Story: यूपीएससी परीक्षा 2024 में मिर्जापुर के मड़िहान तहसील में एसडीएम के पद पर तैनात सौम्या मिश्रा ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए 18वीं रैंक प्राप्त की है. खास बात ये है कि सौम्या की सफलता के साथ ही उनकी छोटी बहन शुमेघा मिश्रा ने भी इस परीक्षा में शानदार प्रदर्शन करते हुए 253वीं रैंक प्राप्त की है. परिवार में इस दोहरी सफलता को लेकर खुशी का माहौल है.
सौम्या मिश्रा जब मड़िहान एसडीएम कोर्ट में अपने काम में व्यस्त थीं, तभी उन्हें बहन शुमेघा का फोन आया. शुमेघा ने जब बताया कि दोनों बहनों ने यूपीएससी पास कर ली है, तो कोर्ट में ही सौम्या की आंखें खुशी से नम हो गईं. ये पल उनके जीवन का सबसे यादगार बन गया.
चौथे प्रयास में मिली सफलता, पहले बन चुकी हैं PCS अफसर
सौम्या मिश्रा मूल रूप से उन्नाव जिले की रहने वाली हैं. उनके पिता राघवेंद्र कुमार मिश्रा दिल्ली में एक कॉलेज में लेक्चरर हैं. सौम्या की शिक्षा भी दिल्ली से ही हुई है. वह शुरुआत में लेक्चरर बनीं, इसके बाद 2021 में यूपी पीसीएस परीक्षा पास कर एसडीएम बनीं. एसडीएम के पद पर रहते हुए उन्होंने कड़ी मेहनत जारी रखी और आखिरकार चौथे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में 18वीं रैंक हासिल कर आईएएस बन गईं.
शुरू से था IAS बनने का सपना
सौम्या का कहना है, "हमेशा से IAS बनने का सपना था. कई बार असफलता मिली लेकिन हार नहीं मानी. लगातार मेहनत की और अब वो सपना पूरा हुआ है." उन्होंने बताया कि परिवार का हमेशा साथ मिला, खासकर पिता और बहन ने उन्हें हर मोड़ पर प्रोत्साहित किया.
शुमेघा मिश्रा की पहली ही कोशिश में कामयाबी
सौम्या की बहन शुमेघा मिश्रा ने पहली ही बार में यूपीएससी परीक्षा में सफलता पाई और 253वीं रैंक हासिल की. इस पर सौम्या ने कहा, "हम दोनों ने एक-दूसरे को प्रेरित किया. आज हमारी मेहनत रंग लाई है." दोनों बहनों की इस शानदार उपलब्धि से मिर्जापुर, उन्नाव और उनके परिवार में खुशी की लहर है. स्थानीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि और आम लोग उन्हें बधाई दे रहे हैं. सोशल मीडिया पर भी सौम्या और शुमेघा की सफलता की खूब चर्चा हो रही है.