देश की राजधानी दिल्ली में दो दिवसीय ARISE वार्षिक स्कूल शिक्षा सम्मेलन 2024 का आयोजन हुआ. यह सम्मेलन फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) के सहयोग से किया गया.
इस सम्मेलन का मुख्य विषय द लर्निंग रिवोल्यूशन ब्रेकिंग बाउंड्रीज, बिल्डिंग फ्यूचर्स था. इसमें 400 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिनमें सरकारी अधिकारी, शिक्षाविद, उद्योग जगत के नेता और इनोवेटर्स शामिल थे.
ARISE वार्षिक स्कूल शिक्षा सम्मेलन 2024
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सम्मेलन में शिक्षा के क्षेत्र में बेंचमार्किंग के महत्व को समझाया. उन्होंने कहा कि भारतीय स्कूलों को वैश्विक स्तर पर शिक्षा और नवाचार के उदाहरण के रूप में स्थापित करना चाहिए. साथ ही उन्होंने यह भी जोर दिया कि हमें एक संतुलित समाज का निर्माण करना चाहिए, जहां लोग नौकरी खोजने के साथ-साथ नौकरी देने वाले भी बनें.
FICCI की पूर्व अध्यक्ष और ललित सुरी हॉस्पिटैलिटी ग्रुप की चेयरपर्सन डॉ. ज्योत्सना सुरी ने शिक्षा में नई पद्धतियों और नीतिगत सुधारों की आवश्यकता पर चर्चा की. वहीं, ARISE के अध्यक्ष प्रभात जैन ने शिक्षा में AI और मशीन लर्निंग जैसी नई तकनीकों की भूमिका पर जोर दिया.
सम्मेलन में शिक्षा से जुड़े विचारकों और विशेषज्ञों ने छात्र-केंद्रित शिक्षा और प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए नीतिगत सुधारों की रूपरेखा तैयार की.
AI और मशीन लर्निंग तकनीकों पर जोर
सत्र के दौरान AI-आधारित शिक्षण उपकरणों के उपयोग और वैयक्तिकृत शिक्षा पर भी जोर दिया गया. इसके अलावा, सम्मेलन में स्कूल टूर, EdTech कंपनियों के साथ B2B चर्चाएं और बेहतरीन शैक्षणिक मॉड्यूल प्रदर्शित किए गए.
इसके अलावा केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, एनटीए में सुधार के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया था. उस समिति की रिपोर्ट आ गई है. उसे कार्रवाई रिपोर्ट के तहत सुप्रीम कोर्ट में हमने दे दिया है. यह रिपोर्ट आज ही सार्वजनिक हो जाएगी.