सीबीएसई बोर्ड की 12वीं की परीक्षाएं कैंसिल होने के फैसले के बाद देश के ज्यादातर राज्यों ने स्टेट बोर्ड की 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी थीं. लेकिन अभी असम, पंजाब, त्रिपुरा और आंध्रप्रदेश ने इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है. गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने इन चारों राज्यों को नोटिस जारी किया है. इस पर अब सोमवार को सुनवाई होगी.
एक अन्य याचिकाकर्ता ने कहा कि केरल ने पहले से ही एग्जाम करा लिए हैं, यहां क्लास 11 के एग्जाम भी हो गए हैं. याचिकाकर्ता ने कहा कि 18 स्टेट ने एग्जाम कैंसिल कराए हैं, वहीं छह स्टेट में बोर्ड एग्जाम कराए गए हैं, लेकिन चार राज्यों ने अभी तक इस पर अपना स्टैंड क्लीयर नहीं किया है, इसे लेकर छात्रों और अभिभावकों में चिंता है.
बता दें कि असम के स्टेट बोर्ड के स्कूलों के छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी परीक्षाएं निरस्त कराने की मांग की थी. सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने वाले छात्र 10 वीं और 12 वीं कक्षा के हैं. याचिका में राज्य में कोरोना संक्रमण की गंभीर स्थिति के मद्देनजर परीक्षा संचालित करने वाले बोर्ड को परीक्षाएं रद करने के लिए आदेश देने का अनुरोध किया गया है.
याचिका में छात्रों ने कहा कि जब केंद्र सरकार ने सीबीएसई बोर्ड की 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी हैं तो स्टेट बोर्ड उनके साथ क्यों भेदभाव कर रहे हैं. केंद्र के फैसले के बाद करीब 18 राज्यों ने अपनी बोर्ड परीक्षाएं रद कर दी थीं. लेकिन इन चार राज्यों में अभी भी बोर्ड परीक्षाएं कैंसिल नहीं की गई हैं जबकि वहां पर कोरोना संक्रमण की स्थिति गंभीर बनी हुई है.
बता दें कि गुरुवार को सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड की 12वीं की मार्कशीट तैयार करने को लेकर बनी 13 सदस्यीय समिति ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी रिपोर्ट सौंप दी. सीबीएसई ने बताया कि 10वीं, 11वीं और 12वीं के प्री बोर्ड के रिजल्ट को 12वीं के फाइनल रिजल्ट का आधार बनाया जाएगा और नतीजे 31 जुलाई तक घोषित कर दिए जाएंगे.
सीबीएसई ने कहा कि 10वीं के 5 विषय में से 3 विषय के सबसे अच्छे मार्क को लिया जाएगा, इसी तरह 11वीं के पांचों विषय का एवरेज लिया जाएगा और 12वीं के प्री-बोर्ड एग्जाम और प्रेक्टिकल का नंबर लिया जाएगा. 10वीं के नंबर का 30 परसेंट, 11वीं के नंबर का 30 परसेंट और 12वीं के नंबर के 40 परसेंट के आधार पर नतीजे आएंगे.