अगर आप विदेश में पढ़ाई करने का सपना देख रहे हैं, लेकिन महंगी फीस और कठिन एंट्रेंस एग्जाम की वजह से रुक जाते हैं, तो यह खबर आपके लिए है. रूस सरकार ने भारतीय छात्रों के लिए 2026–27 शैक्षणिक सत्र के लिए बड़ी राहत की घोषणा की है. अब बिना किसी प्रवेश परीक्षा के भी रूस में उच्च शिक्षा पाने का मौका मिलेगा. रूसी संघ ने भारतीय छात्रों के लिए सरकारी छात्रवृत्ति कार्यक्रम शुरू किया है, जिसके तहत छात्र रूस के अलग-अलग शहरों में स्थित विश्वविद्यालयों में पढ़ाई कर सकते हैं.
मॉस्को, सेंट पीटर्सबर्ग, कज़ान, व्लादिवोस्तोक जैसे शहरों के कॉलेज इसमें शामिल हैं. हालांकि, लोमोनोसोव मॉस्को स्टेट यूनिवर्सिटी और एमजीआईएमओ इस योजना का हिस्सा नहीं हैं. आवेदन करने के लिए छात्रों को education-in-russia.com वेबसाइट पर जाना होगा.
स्कॉलरशिप में कवर होंगे ये कोर्स
इस समय रूस में 27 हजार से ज्यादा भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं, जिससे यह देश भारतीय छात्रों के लिए एक पसंदीदा स्टडी डेस्टिनेशन बन चुका है. यह छात्रवृत्ति ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन, एमफिल, स्पेशलिस्ट डिग्री और ट्रेनिंग प्रोग्राम जैसे कई कोर्स को कवर करती है. छात्र मेडिकल, इंजीनियरिंग, फार्मेसी, मैनेजमेंट, अर्थशास्त्र, गणित, मानविकी, एग्रीकल्चर, स्पेस स्टडी, खेल और कला जैसे कई विषयों में पढ़ाई कर सकते हैं. रूस ने यह भी साफ किया है कि कई कोर्स, खासकर मेडिकल, अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध होंगे. यानी छात्रों को शुरुआत में रूसी भाषा जानना जरूरी नहीं है. जो छात्र रूसी भाषा सीखना चाहते हैं, उनके लिए एक साल का भाषा तैयारी कोर्स भी मौजूद है.
एडमिशन के लिए कोई एंट्रेंस एग्जाम नहीं
इस स्कॉलरशिप की सबसे खास बात यह है कि इसमें कोई एंट्रेंस एग्जाम नहीं होगा. छात्रों का चयन उनके पुराने शैक्षणिक अंकों और पोर्टफोलियो के आधार पर किया जाएगा. पोर्टफोलियो में रिसर्च पेपर, सिफारिश पत्र, प्रतियोगिता या ओलंपियाड के सर्टिफिकेट शामिल किए जा सकते हैं. छात्र अपनी पसंद के अनुसार छह विश्वविद्यालयों तक का विकल्प चुन सकते हैं.
चयन प्रक्रिया दो चरणों में होगी. पहले चरण में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बुलाया जाएगा, जिसकी अंतिम तारीख 15 जनवरी है. दूसरे चरण में रूस का शिक्षा मंत्रालय विश्वविद्यालयों के साथ मिलकर फाइनल एडमिशन और वीजा से जुड़े कागज जारी करेगा. कुल मिलाकर, यह छात्रवृत्ति उन भारतीय छात्रों के लिए एक सुनहरा मौका है, जो बिना एंट्रेंस परीक्षा और कम खर्च में विदेश में उच्च शिक्षा हासिल करना चाहते हैं.