राजस्थान SI पेपर लीक केस: राजस्थान सब-इंस्पेक्टर पेपर लीक मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) का एक्शन लगातार जारी है. पेपर लीक मामले की जांच कर रही स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की टीम ने दो सरकारी कर्मचारियों का गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार विमला बिश्नोई महिला सुपरवाइजर और लोकेश शर्मा सरकारी टीचर है.
पेपर माफिया से पेपर खरीदकर पति को बनवाया थानेदार
विमला विश्नोई, जयपुर में महिला एवं बाल विकास विभाग सांचोर में तैनात हैं. आरोप है कि विमला विश्नोई ने गिरफ्तार पेपर माफिया जगदीश विश्नोई से पेपर खरीदकर अपने बेरोजगार पति गोपीराम जांगू को थानेदार बना दिया था. जैसे ही पति गिरफ्तार हुआ विमला भाग गई थी, लेकिन शुक्रवार को पति को जमानत मिलने के बाद शनिवार को उसे लेने जयपुर की जेल में पहुंची तो एसओजी ने गिरफ्तार कर लिया.
पेपर लीक मेन कड़ी था टीचर लोकेश
एसओजी की टीम आरोपी टीचर लोकेश शर्मा को दौसा में ड्यूटी के दौरान गिरफ्तार किया है. 49 साल का लोकेश दौसा के महात्मा गांधी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में टीचर है. दोनों आरोपी पेपर लीक गैंग को पेपर लीक करने के लिए जगह और पेपर खरीदने के लिए कैंडिडेट मुहैया कराते थे. एसओजी ने आरोपी लोकेश को दौसा के सरकारी स्कूल से गिरफ्तार किया गया है.
मामले को ठंडा पड़ा देख ड्यूटी पर लौटे थे सरकारी कर्मचारी
पेपर लीक मामले में एसओजी की कार्रवाई के बाद दोनों आरोपी गायब हो गए थे, मगर कार्रवाई में शिथिलता आने पर वापस से लोकेश और विमला ने ड्यूटी ज्वॉइन कर ली थी. एसओजी के ADG वीके सिंह और DIG परिस देशमुख की मॉनिटरिंग में इनसे कड़ी पूछताछ जारी है. एसओजी के अनुसार गिरफ्तार आरोपी सब इंस्पेक्टर्स ने बताया था कि उन्होंने पेपर खरीदने के लिए पेपर माफियाओं से मिलवाया था. एसओजी अब इन दोनों की सरकारी नौकरी लगने के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है कि कहीं इन दोनों ने भी पेपर लीक के जरिए सरकारी नौकरी हासिल तो नहीं की थी.
70 गिरफ्तार लोगों में 50 थानेदार
गौरतलब है कि सब इंस्पेक्टर भर्ती पेपर लीक मामले में 70 लोगों को गिरफ्तार किया गया था जिसमें 50 थानेदार थे. लेकिन इनमें से 26 को अबतक जमानत मिल गई है. इसके बाद अपने केस को पुख्ता बनाने के लिए एसओजी ने अलग-अलग कड़ियों को जोड़कर गिरफ्तारी अभियान तेज किया है.