राजस्थान में इस बार बोर्ड परीक्षा की तर्ज पर कक्षा 9वी से 12वीं तक की अर्धवार्षिक परीक्षा के पेपर पूरे प्रदेश में एक जैसे होंगे. साथ ही पेपर की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस के पास रहेगी. थाने में पुलिस चौकसी में पेपर रखे जाएंगे और उसके बाद जिला स्तर पर बनाए गए सेंटर से पेपर का वितरण होगा. पहली बार पूरे प्रदेश में समान पेपर की व्यवस्था की गई है. अभी तक हर जिले में अलग पेपर तैयार होते थे.
राजस्थान में 14 दिसंबर से 9वी से 12वीं तक होने वाली छमाही परीक्षा के लिए प्रदेश में विशेष इंतजाम किए गए हैं. इस बार अर्धवार्षिक परीक्षा में सभी जिलों के स्टूडेंट्स को एक जैसे प्रश्न पत्र मिलेंगे. बोर्ड परीक्षा की तरह इस बार प्रश्न पत्रों की सुरक्षा पुलिस द्वारा की जाएगी. पुलिस थाने में प्रश्न पत्र रखे जाएंगे. तो पुलिस की मौजूदगी में प्रश्न पत्रों का वितरण होगा.
विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार छपेंगे प्रश्न पत्र
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले अभी तक जिला स्तर पर जिला शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में पेपर सेट होते थे और उन पेपर को प्रिंट कराया जाता था, लेकिन इस बार अर्धवार्षिक परीक्षा के पैटर्न में बड़ा बदलाव किया गया है. प्रदेश में विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार प्रश्न पत्र छपवाए गए हैं. सरकारी स्कूलों की मदद से निजी स्कूलों में प्रश्न पत्रों का वितरण होगा.
अलवर का यह स्कूल बना नोडल स्कूल
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी महेश कुमार गुप्ता ने बताया कि अर्धवार्षिक परीक्षा पेपर की गोपनीय व सुरक्षा को लेकर विशेष इंतजाम की गई हैं. पूरे प्रदेश में प्रिंटिंग प्रेस से पेपर सीधे जिला मुख्यालय पहुंचेंगे. अलवर में एसएमटी स्कूल को नोडल स्कूल बनाया गया है. पेपर सबसे पहले पुलिस थानों में पहुंचेंगे और उसके बाद पुलिस सुरक्षा में नोडल केंद्र से पेपर का वितरण होगा. 12 दिसंबर को सभी ब्लॉकों के सीईओ के माध्यम से पेपर बांटे जाएंग. स्कूलों में स्टूडेंट की नामांकन संख्या के आधार पर पेपर दिए जाएंगे. सभी स्कूलों के नजदीकी थानों में पुलिस की निगरानी में पेपर रखे जाएंगे और सुबह परीक्षा से पहले पेपर को स्कूल में भेजा जाएगा.