
सरकारी स्कूलों में पढ़ाई या मिड डे मील के निम्न स्तर की तस्वीरें अक्सर सामने आती हैं, लेकिन अब राजस्थान के एक ऐसे स्कूल से तस्वीरें आ रही हैं जहां बच्चों के पीने के पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं है. राजस्थान के पाली जिले के सिरियारी ग्राम पंचायत स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय में पिछले एक दशक से पीने के पानी की समस्या है.
यहां पढ़ने वाले बच्चों के लिए पेयजल की व्यवस्था तक नहीं है. पानी की किल्लत के चलते बच्चे, शिक्षक और मध्याह्न भोजन बनाने वाली रसोई को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कई बार तो बच्चे व शिक्षक घर से पीने का पानी लेकर आते हैं.
पानी खत्म होने पर स्कूल से आधा किलोमीटर दूर हैंडपंप पर जाना पड़ता है. उसमें भी कई बार पानी नहीं आता है. स्कूल में एक हैंडपंप लगा हुआ है, लेकिन वह बेकार है. पानी की टंकी भी नहीं है. कई बार बच्चों को हलक तर करने के लिए बाहर जाना पड़ता है.

स्कूल में 85 बच्चों का नामांकन है और 3 अध्यापक कार्यरत हैं. छात्र बोतलों में प्यास बुझाने के लिए पानी भरकर अपने पास रखते हैं लेकिन बोतल का पानी खत्म होने पर वापस आधा किलोमीटर पैदल चलकर हैंडपंप से पानी लाना पड़ता है. स्कूल समय में तीन से चार बार उन्हें पानी के लिए आना- जाना होता है, जिससे पढ़ाई भी प्रभावित होती है.
स्कूल में खराब हैंडपंप की समस्या को लेकर ग्रामीणों ने जल विभाग के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को कई बार अवगत करवाया, लेकिन विभाग द्वारा आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. कई साल से स्कूल में बच्चों व शिक्षकों को पेयजल के लिए भटकना पड़ रहा है. इससे बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है.