Allegations on NEET UG 2024: मेडिकल संस्थानों के अंडर ग्रेजुएट कोर्सेेज में दाखिला लेने के लिए नीट जैसे टफ एग्जाम का आयोजन किया जाता है. कम ही स्टूडेंट्स ऐसे होते हैं, जो टॉप कॉलेज की कटऑफ को क्लियर कर पाते हैं. मेडिकल की पढा़ई करने की इच्छा रखने वाले कैंडिडेट्स का सपना होता है कि वे अच्छे नंबरों से इस परीक्षा को पास करें, जिसके लिए वह दिन रात एक करके कड़ी मेहनत भी करते हैं. इस साल नीट रिजल्ट आने के बाद से कैंडिडेट्स नाराज नजर आ रहे हैं.
सोशल मीडिया हैंडल X पर कैंडिडेट्स का एनटीए पर गुस्सा फूट रहा है. ट्विटर पर लगातार #Neet_paper_रद्द_करो हैशटैग के साथ ट्वीट किए जा रहे हैं. दरअसल, छात्रों का मानना है कि इस साल नीट परीक्षा में गड़बड़ी हुई है. ट्विटर यानी एक्स में इस हैशटैग के साथ ट्वीट्स की बाढ़ आ गई है.
रिजल्ट से पहले पेपर लीक को लेकर हो चुकी हैं गिरफ्तारियां
नीट रिजल्ट आने के बाद ही इस परीक्षा की चर्चाएं तेज हो गई हैं. परिणामों को शक के दायरे में रखते हुए लोग इस पर सवाल उठा रहे हैं. ट्वीट के अनुसार, लोगों का कहना है कि इतने टफ एग्जाम में 67 स्टूडेंट्स के फुल मार्क्स कैसे आ सकते हैं, जबकि इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ है. इसके अलावा हरियाणा के एक ही सेंटर से 8 कैंडिडेट्स ऐसे निकले हैं, जिनके 720 में से 720 अंक आए हैं. मुख्य कारण यह भी है कि परीक्षा के दौरान पटना में नकली कैंडिडेट्स की गिरफ्तारियां होने के बाद पेपर लीक की मांग रखी गई थी, लेकिन इसके बावजूद परीक्षा आयोजित करवाई गई.
बता दें कि यह विरोध रिजल्ट आने से पहले ही जारी है, क्योंकि नीट पेपर लीक मामले में बिहार पुलिस ने कुछ लोगों की गिरफ्तारियां की थी, इसके बाद से ही नीट परीक्षा की शुचिता पर सवाल उठना शुरू हो गए थे. मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए 5 मई को आयोजित NEET परीक्षा में पेपर लीक को लेकर बिहार पुलिस ने चार परीक्षार्थियों और उनके परिवार के सदस्यों सहित कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया था. न्यूज एजेंसी के मुताबिक, अधिकारियों ने कहा था कि बिहार पुलिस ने नीट यूजी के प्रश्न पत्र लीक मामले में ये गिरफ्तारियां की हैं. इसके बाद "पेपर लीक" की जांच बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) को सौंप दी गई थी.
नई दिल्ली से पकड़े गए थे चार पेपर सॉल्वर
इसके बाद नई दिल्ली डीसीपी देवेश कुमार महला के मुताबिक, नीट के एग्जाम के दौरान नकल पर बड़ी कार्रवाई करते हुए नई दिल्ली जिले के स्पेशल स्टाफ ने पेपर सॉल्व करने वाले रैकेट में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार किए गए लोगों में सरकारी मेडिकल कॉलेजों के दो एमबीबीएस छात्रों के साथ-साथ वो लोग भी शामिल हैं, जिन्होंने इस साजिश में उनकी मदद की थी. कार्रवाई के दौरान चार मोबाइल फोन और एक कार जब्त की गई थी.