कानपुर में नीट परीक्षा की तैयारी कर रहे 21 वर्षीय एक छात्र ने शुक्रवार को आत्महत्या कर ली. उसने अपने माता-पिता के सपने पूरे न कर पाने का अफसोस जताते हुए दो पन्नों का एक नोट छोड़ा. यह घटना रावतपुर इलाके के एक निजी छात्रावास में हुई. मृतक की पहचान रामपुर के भंवरका निवासी मोहम्मद आन के रूप में हुई है. पुलिस के अनुसार, आन अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए तीन दिन पहले ही हितकारी नगर स्थित छात्रावास में शिफ्ट हुआ था.
लुंगी के सहारे पंखे से लटका छात्र
शुक्रवार दोपहर, उसके रूममेट और बरेली निवासी छात्र इमदाद हसन ने उसे जुमे की नमाज के लिए अपने साथ चलने के लिए कहा था. आन ने कथित तौर पर यह कहते हुए मना कर दिया कि वह यहीं रुकना चाहता है. नमाज के बाद जब इमदाद लौटा, तो उसने दरवाजा अंदर से बंद पाया. बार-बार फोन करने पर भी कोई जवाब नहीं मिलने पर, साथी छात्रों ने वेंटिलेटर से झांका और आन का शव लुंगी के सहारे पंखे से लटका हुआ देखा.
फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंची
छात्रों ने तुरंत रावतपुर पुलिस को सूचना दी, जो फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंची. पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को नीचे उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. कमरे से दो पन्नों का एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसे फोरेंसिक जांच के लिए जब्त कर लिया गया है. इस नोट में आन ने लिखा था, "अम्मा-अब्बू, मुझे माफ़ कर देना. मैं आपके सपने पूरे नहीं कर पाया. मैं अपनी ज़िंदगी से थक चुका हूं. मेरी मौत का कोई जिम्मेदार नहीं है. मेरा परिवार खुश रहे; मैं मरने के बाद भी खुश रहूंगा. एसीपी कल्याणपुर रंजीत ने पुष्टि की कि छात्र के परिवार को सूचित कर दिया गया है. उन्होंने कहा, "शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आगे की कानूनी प्रक्रिया चल रही है."