scorecardresearch
 

JAC 10th, 12th Board 2021: झारखंड बोर्ड ने जारी किए बोर्ड परीक्षा के मॉडल पेपर, ऐसे होगी प्रैक्टिस

JAC 10th, 12th Board 2021 Model Question Paper: बोर्ड के संशोधित सिलेबस के आधार पर 01 से 15 दिसंबर के बीच आयोजित होने वाली मैट्रिक और इंटरमीडिएट की पहले टर्म की परीक्षा और 9वीं और 11वीं के पहले टर्म की परीक्षा के लिए मॉडल प्रश्नपत्र जारी किए गए हैं.

Advertisement
X
Jharkhand Board Model Papers:
Jharkhand Board Model Papers:
स्टोरी हाइलाइट्स
  • परीक्षा 01 से 15 दिसंबर तक आयोजित की जानी है
  • मॉडल पेपर का अभ्‍यास शिक्षक स्‍कूलों में ही कराएंगे

JAC 10th, 12th Board 2021 Model Question Paper: स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग झारखंड ने मैट्रिक और इंटरमीडिएट बोर्ड एग्‍जाम के मॉडल पेपर जारी कर दिए हैं. बोर्ड ने 10वीं-12वीं के 5-5 मॉडल प्रश्न पत्र और 9वीं और 11वीं के 2-2 मॉडल पेपर जारी किए हैं. ई-विद्या वाहिनी पोर्टल, झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद और झारखंड शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद की वेबसाइट में मॉडल प्रश्नपत्र अपलोड कर दिए गए हैं. स्कूल के शिक्षक मॉडल प्रश्नपत्र डाउनलोड कर छात्र-छात्राओं को देंगे.

झारखंड शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद ने मॉडल प्रश्नपत्र तैयार किया है. यह मॉडल प्रश्नपत्र कोर सब्‍जेक्‍ट्स के तैयार किए गए हैं. बोर्ड के संशोधित सिलेबस के आधार पर 01 से 15 दिसंबर के बीच आयोजित होने वाली मैट्रिक और इंटरमीडिएट की पहले टर्म की परीक्षा और 9वीं और 11वीं के पहले टर्म की परीक्षा के लिए मॉडल प्रश्नपत्र जारी किए गए हैं.

सभी विषयों के 40-40 अंकों के ऑब्जेक्टिव प्रश्न हर सेट में दिए गए हैं. OMR शीट पर पहले टर्म की परीक्षा आयोजित होनी है. इसमें आने वाले अंक और दूसरे टर्म में होने वाली लिखित परीक्षा के अंकों को मिलाकर ही फाइनल रिजल्ट तैयार किया जाएगा.

स्कूलों में अभ्यास कराएंगे शिक्षक

JCERT की ओर से जारी मॉडल पेपर का शिक्षक स्कूलों में ही छात्र-छात्राओं को अभ्यास कराएंगे. पहले टर्म की परीक्षा डेढ़ घंटे की होनी है. ऐसे में शिक्षक एक-एक दिन सभी मॉडल प्रश्नपत्र के आधार पर टेस्ट ले सकते हैं. इसे जांच कर बच्चों को बता सकते हैं कि हर विषय में 40 में से उन्हें कितने अंक मिले हैं. इसके बाद पहले टर्म की परीक्षा में समय रहने की स्थिति में दोबारा मॉडल प्रश्नपत्र के सवाल छात्र-छात्राओं से स्कूलों में ही बनवाए जा सकते हैं. इससे छात्रों का रिवीजन भी हो सकेगा और वह टाइम मेंटेन भी कर सकेंगे.

Advertisement
Advertisement