scorecardresearch
 

जालसाजों ने इस यूनिवर्सिटी के अकाउंट से उड़ाए ₹120 करोड़, ऐसे हुआ ठगी का खुलासा

यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया और एकेटीयू की फर्जी मेल आईडी बनाकर जालसाजों ने AKTU के एसबीआई खाते से 120 करोड़ रुपये ट्रांसफर करवा लिए थे. गैंग के मास्टरमाइंड ने खुद को AKTU का चीफ अकाउंट ऑफिसर बनकर AKTU के नाम पर UBI बैंक के saving account खुलवाकर ट्रांजेक्शन कर रहा था.

Advertisement
X
लखनऊ साइबर की टीम ने ठगी करने वाले 7 लोगों को गिरफ्तार किया है.
लखनऊ साइबर की टीम ने ठगी करने वाले 7 लोगों को गिरफ्तार किया है.

लखनऊ की Abdul Kalam Technical university (AKTU) के खाते से 120 करोड़ रुपये की ठगी करने वाला गैंग पकड़ा गया है. लखनऊ साइबर क्राइम टीम ने ठगी में शामिल 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों में एक अहमदाबाद एक सूरत और पांच उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों के रहने वाले हैं.

जालसाजों ने AKTU के SBI अकाउंट से उड़ाए 120 करोड़ 

यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया और एकेटीयू की फर्जी मेल आईडी बनाकर जालसाजों ने AKTU के एसबीआई खाते से 120 करोड़ रुपये ट्रांसफर करवा लिए थे. गैंग के मास्टरमाइंड ने खुद को AKTU का चीफ अकाउंट ऑफिसर बनकर AKTU के नाम पर UBI बैंक के saving account खुलवाकर ट्रांजेक्शन कर रहा था. इस तरह आरोपी ने अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी के खाते से आई 120 करोड़ की रकम को अहमदाबाद की श्री श्रद्धा एजुकेशन एंड चैरिटेबल ट्रस्ट में ट्रांसफर करवाए गए थे.

ऐसे हुआ करोड़ों की ठगी का खुलासा

एक ही दिन में 100 करोड़ बैंक से निकलने पर UBI के अफसरों ने AKTU से संपर्क तब किया तो ठगी खुलासा हुआ. 5 जून को जलसाजो ने UBI में AKTU का दूसरा अकाउंट खुलवाया और 7 जून को 100 करोड़ की रकम विभिन्न खातों में ट्रांसफर करवा ली थी. जानकारी मिलने पर यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया ने पूरे ट्रांजेक्शन को रोक लिया. 

Advertisement

Ubi के चीफ मैनेजर अनुज कुमार सक्सेना ने लखनऊ साइबर थाने में एफआईआर दर्ज करवाई थी. जांच के बाद लखनऊ साइबर टीम ने 7 लोगों- गिरीश चंद्रा, शैलेश रघुवंशी, जोशी देवेंद्र प्रसाद, के.के. त्रिपाठी, दस्तगीर आलम, उदय पटेल और राजेश बाबू को गिरफ्तार किया है. लखनऊ साइबर सिक्योरिटी की टीम मामले की जांच कर रही है.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement