भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. पाकिस्तान ने गुरुवार रात भारत के कई शहरों पर ड्रोन हमले की कोशिश की, जो पूरी तरह से नाकाम रही. इस दौरान पाकिस्तान ने भारत के कई अहम जगहों पर भी हमले की कोशिश की, जिसमें वो नाकाम रहा. पाकिस्तान की इस नापाक हरकत के बाद भारत ने इसका करारा जवाब दिया. फिर भारतीय सेना ने हर मोर्चे से ऐसा रिएक्ट किया कि पाकिस्तान हमेशा याद रखेगा. भारत ने पाकिस्तान के प्रमुख शहरों पर रणनीतिक हमले किए और ताबड़तोड़ गोले बरसाए.
पाकिस्तान के एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (AWACS) को पंजाब प्रांत में मार गिराया. ऐसे में जानते हैं कि आखिर भारत के गोले पाकिस्तान के किन-किन शहरों में बरसे और वो पाकिस्तान से कितने किलोमीटर दूर है?
सियालकोट
सियालकोट पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के उत्तर-पूर्व में स्थित है और यहां आर्मी कैंट भी है. लाहौर से 100 किलोमीटर दूर बसा ये शहर पाकिस्तान के व्यापारियों के लिए अहम शहर है. ये शहर अमृतसर से 100 किलोमीटर, दिल्ली से 513, जम्मू से 47 किलोमीटर और श्रीनगर से 165 किलोमीटर दूर है.
कराची
कराची पाकिस्तान का सबसे बड़ा शहर है और सिंध प्रांत की राजधानी है. समुद्र के किनारे बसे इस शहर में सबसे बड़ा पोर्ट भी है. इसे दुनिया के सबसे बड़े शहरों में भी गिना जाता है, जहां भारतीय सेना ने जमकर अटैक किया है. पाकिस्तान की इकोनॉमी के हिसाब से ये सबसे अहम शहर है. ये गुजरात बॉर्डर से करीब है. भारतीय बॉर्डर से कराची 350 किलोमीटर दूर है.
इस्लामाबाद
इस्लामाबाद पाकिस्तान की राजधानी है, जहां संसद भवन, सुप्रीम कोर्ट, राष्ट्रपति भवन, और प्रधानमंत्री कार्यालय जैसे प्रमुख सरकारी संस्थान स्थित हैं. यहां तक भी भारत के गोले पहुंच गए और ये बता रहे हैं कि भारत ने पाकिस्तान के दिल तक पहुंचकर हमला किया है. वाघा-अटारी बॉर्डर से इस्लामाबाद 250 किलोमीटर है और कश्मीर से करीब 200 किलोमीटर दूर है.
लाहौर
लाहौर, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से काफी अहम शहर है. लाहौर में भी भारतीय सेना के अटैक किए जाने की खबर है. यह पाकिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा शहर है, जो भारत की टारगेट लिस्ट में रहा.
पेशावर
पेशावर, खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की राजधानी, पाकिस्तान के सबसे पुराने और ऐतिहासिक शहरों में से एक है. पेशावर खैबर पख्तूनख्वा का आर्थिक केंद्र है. ये भारत के वाघा-अटारी बॉर्डर से 340 किलोमीटर है और जम्मू-कश्मीर से करीब 150 किलोमीटर है.
रावलपिंडी
ये इस्लामाबाद के पास का एक बड़ा शहर है और ऐतिहासिक, सैन्य, सांस्कृतिक और आर्थिक दृष्टि से विशेष महत्व रखता है. रावलपिंडी पाकिस्तान सेना का मुख्यालय (जनरल हेडक्वार्टर्स, GHQ) है, जो इसे देश का सैन्य केंद्र बनाता है. ये पाकिस्तानी आर्मी का गढ़ है. वाघा-अटारी बॉर्डर से 250-270 किलोमीटर है और एलओसी से करीब 120 किलोमीटर है.
ऐसे में आप देख सकते हैं भारत की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के 300 किलोमीटर अंदर तक के शहर भी निशाने बनाए गए हैं. अभी भारत हर एक्शन से पाकिस्तान को जवाब देने के लिए तैयार है. बता दें कि इन शहरों के अलावा गुजरांवाला, खेनजूं, अटॉक, मिआनो, बहावा में भी विस्फोट की खबरें आ रही हैं. बताया जा रहा है कि पाकिस्तान के एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (AWACS) को पंजाब प्रांत में मार गिराया है.