भारत में कई स्तर की एयर डिफेंस सिस्टम स्थापित है. इनके तहत नजदीक और दूर से आने वाली मिसाइलों को हवा में ही खत्म कर दिया जाता है. भारत का एयर डिफेंस कई लेयर में काम करता है. पहला- लॉन्ग रेंज इंटरसेप्शन यानी इंडियन बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस प्रोग्राम. दूसरा- इंटरमीडिएट इंटरसेप्शन यानी S-400 ट्रिम्फ एयर डिफेंस सिस्टम. तीसरा- शॉर्ट रेंज इंटरसेप्शन यानी आकाश एयर डिफेंस सिस्टम और उसके जैसे अन्य. चौथा- वेरी शॉर्ट रेंज इंटरसेप्शन यानी मैनपैड्स और एंटी-एयरक्राफ्ट गन्स. (फोटो - इंडियन एयर फोर्स ऑफिशियल)
भारतीय बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा कार्यक्रम
भारतीय बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा कार्यक्रम भारत को बैलिस्टिक मिसाइल हमलों से बचाने के लिए एक बहुस्तरीय बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली विकसित करने और तैनात करने की एक पहल है. पाकिस्तान और चीन से बैलिस्टिक मिसाइल के खतरे को देखते हुए शुरू की गई यह एक दोहरी-स्तरीय प्रणाली है, जिसमें दो भूमि और समुद्र-आधारित इंटरसेप्टर मिसाइलें शामिल हैं.
5000 किमी से आने वाली मिसाइलों को रोकने में सक्षम
पृथ्वी वायु रक्षा (पीएडी) मिसाइल और कम ऊंचाई पर अवरोध के लिए उन्नत वायु रक्षा (एएडी) मिसाइल. दो-स्तरीय ढाल 5,000 किलोमीटर दूर से लॉन्च की गई किसी भी आने वाली मिसाइल को रोकने में सक्षम होनी चाहिए. इस प्रणाली में प्रारंभिक चेतावनी और ट्रैकिंग रडार के साथ-साथ कमांड और नियंत्रण चौकियों का एक ओवरलैपिंग नेटवर्क भी शामिल है.
पृथ्वी वायु रक्षा (पीएडी) मिसाइल
पृथ्वी वायु रक्षा (पीएडी) एक एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल है जिसे वायुमंडल के बाहर से आने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने के लिए विकसित किया गया है. इसकी परिचालन सीमा 300 किमी -2000 किमी है. इसकी अधिकतम अवरोधन ऊंचाई 80 किमी है. इसे आने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को उनके बीच में ही रोकने के लिए डिज़ाइन किया गया है. (फोटो - पीआईबी)
एडवांस्ड एयर डिफेंस (AAD)
एडवांस्ड एयर डिफेंस (AAD) एक एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसे 30 किमी (19 मील) की ऊंचाई पर एंडो-एटमॉस्फियर में आने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने के लिए डिज़ाइन किया गया है. यह उन लक्ष्यों के लिए है जो किसी तरह PAD से होकर गुज़र जाते हैं. यह एक सेकेंड लेयर सेफ्टी सिस्टम है जो PAD की पूरक है. (फोटो - पीआईबी)
इंटरमीडिएट इंटरसेप्शन यानी S-400 एयर डिफेंस सिस्टम
S-400 एक बार में एक साथ 72 मिसाइल छोड़ सकती है. इस एयर डिफेंस सिस्टम को कहीं मूव करना बहुत आसान है क्योंकि इसे 8X8 के ट्रक पर माउंट किया जा सकता है. माइनस 50 डिग्री से लेकर माइनस 70 डिग्री तक तापमान में काम करने में सक्षम इस मिसाइल को नष्ट कर पाना दुश्मन के लिए बहुत मुश्किल है. क्योंकि इसकी कोई फिक्स पोजिशन नहीं होती. इसलिए इसे आसानी से डिटेक्ट नहीं कर सकते.
S-400 मिसाइल सिस्टम में चार तरह की मिसाइलें होती हैं जिनकी रेंज 40, 100, 200, और 400 km तक होती है. यह सिस्टम 100 से लेकर 40 हजार फीट तक उड़ने वाले हर टारगेट को पहचान कर नष्ट कर सकता है. एस-400 मिसाइल सिस्टम का राडार बहुत अत्याधुनिक और ताकतवर है. इसका रडार 600 km तक की रेंज में करीब 300 टारगेट ट्रैक कर सकता है. यह सिस्टम मिसाइल, एयरक्राफ्ट या फिर ड्रोन से हुए किसी भी तरह के हवाई हमले से निपटने में सक्षम है.
एस-125 पेचोरा
एस-125 पेचोरा सोवियत मूल की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है. बहुत लंबे समय से, यह प्रणाली भारतीय वायु सेना की वायु रक्षा की रीढ़ रही है. यह प्रणाली 60 साल पुरानी है क्योंकि इसे पहली बार 1961 में सोवियत संघ द्वारा सेवा में शामिल किया गया था. इस प्रणाली ने लगभग हर आधुनिक युद्ध में भाग लिया है. इसने विभिन्न विरोधियों के खिलाफ अनगिनत मार गिराए हैं. भारतीय वायुसेना पेचोरा के 25 स्क्वाड्रन संचालित करती है. (फोटो -इंडियन एयर फोर्स )
आकाश स्वदेशी मिसाइल रक्षा प्रणाली
आकाश एक मध्यम दूरी की मोबाइल सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल रक्षा प्रणाली है. इसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित किया गया है तथा इसकी मिसाइलों का निर्माण भारत डायनेमिक्स लिमिटेड द्वारा किया गया है. यह मिसाइल प्रणाली 45 किलोमीटर दूर, 18,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित विमानों को निशाना बना सकती है. इसमें लड़ाकू जेट, क्रूज मिसाइल और हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों के साथ-साथ बैलिस्टिक मिसाइलों जैसे हवाई लक्ष्यों को बेअसर करने की क्षमता है.आकाश बैटरी में एक राजेंद्र 3डी पैसिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड ऐरे रडार और चार लॉन्चर होते हैं, जिनमें से प्रत्येक में तीन मिसाइलें होती हैं, जो सभी आपस में जुड़ी होती हैं. प्रत्येक बैटरी 64 लक्ष्यों को ट्रैक कर सकती है और उनमें से 12 पर हमला कर सकती है. (फोटो - डीआरडीओ)
स्पाइडर - सर्फेस -टू-एयर
स्पाइडर ( सर्फेस -टू-एयर ) एक इजरायली लघु एवं मध्यम दूरी की मोबाइल वायु रक्षा प्रणाली है, जिसे इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (आईएआई) की सहायता से राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम द्वारा विकसित किया गया है. स्पाइडर एक निम्न-स्तरीय, त्वरित-प्रतिक्रिया सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है जो विमान, हेलीकॉप्टर, मानव रहित हवाई वाहन, ड्रोन और सटीक-निर्देशित युद्ध सामग्री को निशाना बनाने में सक्षम है.