माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्य नडेला का नाम टेक की दुनिया में बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है. उनकी सफलता के बारे में हर कोई जानने के लिए हमेशा उत्सुक रहता है. किस तरह शिक्षा, मेहनत और लगातार सीखने की कोशिश आपके सारे सपनों को साकार कर देती है, नडेला उसका सबसे बेहतरीन उदाहरण हैं.
नडेला की जर्नी कई सारे छात्रों के लिए एक मार्गदर्शक है. अपने ज्ञान, इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में मजबूत पकड़ ने उन्हें दुनिया के सबसे बड़े कंपनी के नेतृत्व करने का मौका दिया.
लेकिन इस बीच हर किसी के मन में ये सवाल जरूर उठता है कि आखिर सत्य नडेला ने कहां से अपनी पढ़ाई पूरी की है या उन्होंने कहां से अपनी MBA की डिग्री हासिल की है. इन सारे सवालों का जवाब चलिए जानते हैं.
शुरुआती जीवन और शिक्षा
सत्य नडेला का जन्म 19 अगस्त, 1967 में भारत के हैदराबाद शहर में हुआ था. वे तेलुगु हिंदू परिवार में पले-बढ़े. उनके पिता IAS अधिकारी थे और उनकी मां संस्कृत की लेक्चरर थीं. शुरुआत में नडेला ने हैदराबाद पब्लिक स्कूल में पढ़ाई की. इसके बाद वह मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की.
अमेरिका से की आगे की पढ़ाई
नडेला हमेशा से ही टेक्नोलॉजी के फील्ड को पसंद करते थे. अपनी इस पसंद को आगे बढ़ाते हुए और अपनी पढ़ाई के लिए वे संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए. वहां पर उन्होंने साल 1990 में विस्कॉन्सिन-मिल्वौकी विश्वविद्यालय से कंप्यूटर साइंस में पोस्ट ग्रेजुएशन की.
कहां से किया MBA?
इसके बाद साल 1997 में उन्होंने शिकागो यूनिवर्सिटी के बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस से MBA की पढ़ाई की.
काम के साथ किया MBA
खास बात ये है कि नडेला ने MBA की पढ़ाई अमेरिका में मौजूद माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन में काम करने के साथ की. उनका टेक्निकल बैकग्राउंड पहले से ही काफी मजबूत था, लेकिन MBA ने बिजनेस, मैनेजमेंट और लीडरशिप स्किल्स दीं, जो टेक की दुनिया में हाई लेवल पर काम करने के लिए बहुत जरूरी होते हैं.
कब बनें माइक्रोसॉफ्ट के CEO?
साल 2014 में माइक्रोसॉफ्ट के CEO बनने से पहले सत्य नडेला ने ऑनलाइन सर्विसेज डिवीजन के लिए रिसर्च एवं विकास के साथ माइक्रोसॉफ्ट बिजनेस डिवीजन के वाइस प्रेसिडेंट के रूप में भी काम किया है.
बुक में किया है अपने सफर का जिक्र
बता दें कि सत्य नडेला ने अपनी बुक हिट रिफ्रेश में अपने पर्सनल और व्यावसायिक जीवन के बारे में बताया है. इसमें उनकी जीवन से जुड़ी कहानियों के साथ उनके नेतृत्व में माइक्रोसॉफ्ट के विकास के बारे में भी बताया गया है.