क्या आप भी क्राइम से जुड़ी कहानियों को सुलझाने में रुचि रखते हैं? अगर हां तो आप अपने इस रुचि को एक बेहतरीन करियर के रूप में बदल सकते हैं. कैसे, चलिए जानते हैं. इसके लिए आप 12वीं के बाद फॉरेंसिक साइंस का चुनाव कर सकते हैं.
आज के दौर में क्राइम का तरीका बदल रहा है, टेक्नोलॉजी तेजी से आगे बढ़ रही है. ऐसे में जांच एजेंसियों को ऐसे एक्सपर्ट्स की जरूरत होती है, जो सारे सबूतों को एक-साथ लाकर सच का खुलासा कर सकें.
इसलिए फॉरेंसिक साइंस का फील्ड तेजी से आगे बढ़ रहा है. फॉरेंसिक साइंस, विज्ञान और लॉ का ऐसा कॉम्बिनेशन है जिसमें एक्सपर्ट्स वैज्ञानिक तरीकों का यूज कर अपराध को जल्द से जल्द सामने ला सके.
12वीं के बाद बना सकते हैं करियर
जो भी अभ्यर्थी फॉरेंसिक साइंस में करियर बनाने का सोच रहे हैं, वे 12वीं के बाद फॉरेंसिक साइंस में बैचलर ऑफ साइंस से ग्रेजुएशन कर सकते हैं. इसके लिए उम्मीदवार को 12वीं में भी साइंस साइड से पास होना होगा.
ये कोर्स भी कर सकते हैं...
फॉरेंसिक साइंस में करियर बनाने के लिए उम्मीदवार BSc इन फॉरेंसिक साइंस, बीएससी (ऑनर्स ) इन फॉरेंसिक साइंस और डिप्लोमा इन फॉरेंसिक साइंस एंड क्रमिनोलॉजी में ग्रेजुएशन कोर्स कर सकते हैं.
क्या होता है फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स का काम?
इनमें DNA टेस्टिंग फिंगरप्रिंट एनालिसिस, ब्लड सैंपल जांच, डिजिटल सबूतों की जांच करना, हथियारों का जांच समेत क्राइम सीन को दोबारा से क्रिएट करना शामिल है, जिससे वे अपराधी तक पहुंच सकें.
किन विभागों में मिलते हैं नौकरी?
फॉरेंसिक साइंस की डिग्री लेने के बाद आपके पास कई सारी नौकरियों के ऑप्शन होते हैं. आप पुलिस विभाग, सीबीआई, एनऑईए, फॉरेंसिक साइंस लैब, कोर्ट, इंटेलिजेस ब्यूरो समेत कई जगहों पर अप्लाई कर सकते हैं.