CUET 1st Cut Off 2023, DU Admissions 2023: दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) अंडरग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन लेने का इंतजार कर रहे स्टूडेंट्स के लिए अच्छी खबर है. दिल्ली विश्वविद्यालय 1 अगस्त 2023 यानी कल कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट यूजी की पहली कट-ऑफ (CUET UG 1st Cut Off) 2023 जारी करने वाला है. डीयू के पहले सेमेस्टर की क्लासेस 16 अगस्त से शुरू हो जाएगी यानी 15 दिन के अंडर एडमिशन की प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है. अगर आप भी डीयू में दाखिले के लिए तैयारी कर रहे हैं तो यहां आपको एडमिशन से जुड़ी जरूरी डेट और दाखिला प्रक्रिया से जुड़ी डिटेल दे रहे हैं.
CUET UG 1st Cut Off 2023: पहली कट-ऑफ के बाद क्या?
सीयूईटी यूजी की पहली कट-ऑफ जारी होने के बाद, छात्र अपने सीयूईटी यूजी स्कोर या पर्सेंटाइल के आधार पर मनपसंद कॉलेज में एडमिशन ले सकेंगे. हर यूनिवर्सिटी कॉलेज वाइज और कोर्स वाइज अपना अलग-अलग कट-ऑफ जारी करेगी. अगर आप उस कट ऑफ में आते हैं तो आपको एडमिशन मिलेगा.
सभी कॉलेजों में सभी प्रोग्रामों के लिए केवल आवंटन के पहले दौर में यूआर, ओबीसी-एनसीएल और ईडब्ल्यूएस श्रेणियों में 20% और एससी, एसटी तथा पीडब्ल्यूबीडी श्रेणियों में 30% अतिरिक्त सीटों का आवंटन किया जा सकता है. हालांकि, जिन कॉलेजों में पिछले शैक्षणिक सत्र में प्रवेश के 5% से कम निकासी हुई थी, उनमें यूआर/ओबीसी (एनसीएल)/ईडब्ल्यूएस के लिए 10% और एससी/एसटी/पीडबल्यूबीडी श्रेणियों के लिए 15% अतिरिक्त आवंटन किया जा सकता है.
पर्सेंटाइल निकालने का तरीका क्या है?
डीयू यूजी कोर्स के दाखिले सीयूईटी यूजी पर्सेंटाइल के आधार पर किया जाएगा. इससे पहले पर्सेंटाइल निकलना समझ लें. 100 में से 80 मार्क्स मिलना परसेंटेज है लेकिन पर्सेंटाइल का मतलब है कि आपको कितने छात्रों से ज्यादा नंबर मिले हैं. मान लीजिए आपको 80 पर्सेंटाइल मिला है तो इसका मतलब है कि आपने 80 छात्रों से ज्यादा मार्क्स हासिल किए हैं. इसे निकालने के लिए एक उदाहरण से समझते हैं- माना कि एक शिफ्ट में किसी छात्र को 80 मार्क्स मिले हैं और 80 प्रतिशत मार्क्स लाने वाले छात्रों की संख्या 20,000 है जबकि शिफ्ट में कुल छात्रों की संख्या 50,000 थी तो 100x20,000/50,000= 40 पर्सेंटाइल.
equi-percentile क्या है?
इस बार यूजी कोर्स में एडमिशन के लिए एक कदम बढ़ाकर नियोजित सम-प्रतिशत प्रणाली (equi-percentile system) के जरिए सीयूईटी पर्सेंटाइल निकाला गया है. परीक्षा देने वाले छात्रों की बड़ी संख्या, कई शिफ्ट और कई सेट के चलते इस यूनिक नॉर्मलाइज्ड सिस्टम को लागू किया गया है. सीयूईटी-यूजी में इक्यू-पर्सेंटाइल मैथेज में एक ही सेशन के अंदर दूसरों के रॉ स्कोर की तुलना में प्रत्येक उम्मीदवार के लिए उनके रॉ स्कोर के आधार पर प्रतिशत की गणना करना शामिल है.
12वीं के नंबर कैसे काम आएंगे?
क्या इसका मतलब ये है कि यूनिवर्सिटीज में दाखिले के लिए 12वें के नंबर पूरी तरह से अप्रासंगिक नहीं होंगे? इस सवाल के जवाब में यूजीसी चेयरमैन ने कहा कि कोई भी 12वीं पास छात्र सीयूईटी एग्जाम में शरीक हो सकता है लेकिन किसी खास विश्वविद्यालय के खास अंडरग्रेजुएट कोर्स में दाखिले के लिए फलां यूनिवर्सिटी 12वीं में न्यूनतम पर्सेंटेज का मापदंड लागू कर सकती है. उदाहरण के तौर पर यूनिवर्सिटी A यह कह सकती है कि यूजी प्रोग्राम में दाखिले के लिए सीयूईटी स्कोर के साथ-साथ 12वीं में न्यूनतम 60 फीसदी अंक जरूरी हैं. वहीं, यूनिवर्सिटी B सीयूईटी स्कोर के साथ-साथ 12वीं में न्यूनतम 70 फीसदी का मापदंड अपना सकती है. यानी विश्वविद्यालय अपने विवेक से यह पैमाना तय कर सकेंगे.
ये हैं मुख्य लिंक-
अंडरग्रेजुएट बुलेटिन ऑफ इंफॉर्मेशन 2023: https://www.du.ac.in/uploads/new-web/13.02.2023-DU-UG-BOI%202023.pdf
कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम 2023: https://admission.uod.ac.in/userfiles/downloads/UG_CSAS_2023_14062023.pdf
एडमिशन वेबसाइट: http://admission.uod.ac.in
सीएसएएस रजिस्ट्रेशन लिंक: https://ugadmission.uod.ac.in