सात साल से देश निर्भया को इंसाफ दिलाने की जंग लड़ रहा था. आखिरकार इंसाफ की वो सुबह आ ही गई, जब निर्भया गैंग रेप और मर्डर केस के चारों गुनहगार- अक्षय कुमार, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और मुकेश कुमार को दिल्ली के तिहाड़ जेल में सुबह के ठीक साढे पांच बजे फांसी पर लटका दिया गया. निर्भया की मां आशा देवी और उनके परिवार को बरसों से इस लम्हे का इंतजार था. लोअर कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट, राष्ट्रपति की चौखट, दांव पेंच, कानूनी पैंतरें. क्या कुछ नहीं देखा देश ने. इन सबको पार पाते हुए निर्भया के दोषियों को कानून फांसी के फंदे तक खींच लाया.