उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में हुए भयानक भूस्खलन की घटना ने तबाही मचा दी है. इस आपदा के बाद लेफ्टिनेंट जनरल रघु श्रीनिवासन, पीवीएसएम, वीएसएम, डीजीबीआर (सीमा सड़क संगठन -BRO- के महानिदेशक) ने प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और स्थिति का जायजा लिया. वह सैन्य और नागरिक टीमों के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्यों को तेज करने में जुटे हैं. आइए, समझते हैं कि स्थिति क्या है और कैसे राहत कार्य चल रहे हैं.
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डीजीबीआर की कोशिश: बेहतर तेज गति से राहत कार्य
लेफ्टिनेंट जनरल रघु श्रीनिवासन ने उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री अजय तमता से मुलाकात की. इस मुलाकात में राहत और बचाव कार्यों को बेहतर तरीके से संचालित करने की योजना बनाई गई. सीमा सड़क संगठन (BRO) ने अतिरिक्त संसाधन जुटाए हैं ताकि सड़कों को जल्द से जल्द बहाल किया जा सके. BRO ने कहा है कि वह राष्ट्र के प्रति प्रतिबद्ध है. मिशन मोड में युद्ध स्तर पर काम करेगा.
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वर्तमान स्थिति: सड़कें बंद, हेलीपैड सक्रिय
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तैनात सैनिक और संसाधन

बचाव और राहत कार्य: लोगों की मदद जारी
आगे की योजना
BRO और सेना के जवान दिन-रात मेहनत कर रहे हैं. हेलिकॉप्टरों (चिनूक और मी-17) का इस्तेमाल हो रहा है ताकि सैनिकों और मेडिकल टीम को प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचाया जा सके. नीलॉंग हेलीपैड से पर्यटकों को सुरक्षित निकालने का काम भी चल रहा है. सड़कों को खोलने और संपर्क बहाल करने के लिए भारी मशीनें और इंजीनियरिंग टीमें लगी हैं.