यूपी के शाहजहांपुर में एक नाबालिग लड़की के साथ रेप की सनसनीखेज वारदात सामने आई है. पीड़िता जानवरों के लिए खेत पर चारा काटने गई थी. उसी वक्त आरोपी युवक उसे पकड़ कर गेहूं के खेत में ले गया, जहां उसको अपनी हवस का शिकार बनाया. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया है.
थानाध्यक्ष हरेन्द्र सिंह ने बताया कि इलाके के एक गांव में रहने वाली 14 वर्षीय किशोरी मंगलवार शाम खेत में चारा काटने गई थी. मवइया गांव निवासी सुखदेव सिंह ने वहां उसे पकड़ लिया और गेहूं के खेत में ले जाकर उसके साथ रेप किया. किशोरी की चीख सुन कर पास ही मैदान में खेल रहा उसका भाई मौके पर पहुंच गया.
पीड़िता के भाई को देखते ही आरोपी वहां से भाग गया. इसके बाद पीड़िता के परिजन उसे लेकर थाने पहुंचे. परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया. पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है. पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर मामले की जांच कर रही है.
बताते चलें कि कुछ दिन पहले ही मुजफ्फरनगर जिले में 16 वर्षीय एक लड़की से 22 वर्षीय एक युवक ने रेप की वारदात को अंजाम दिया था. हैरानी की बात ये है कि बलात्कार की इस वारदात को आरोपी की बहन ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया. पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी भाई और बहन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था.
यह वारदात सिविल लाइन्स इलाके में हुई है. पीड़ित का आरोप है कि आरोपी की बहन उसे एक मकान में ले कर गई. वहां उसका भाई पहले से मौजूद था. उसने उसे अपनी हवस का शिकार बना डाला. इस दौरान आरोपी की बहन ने वीडियो बना लिए. पीड़ित को घटना की जानकारी देने पर गंभीर नतीजा भुगतने की धमकी भी दी थी.
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के 2016 के आंकड़े सभी राज्यों की अलग-अलग कहानी बयां करते हैं. साल 2015 में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की संख्या 3,29,243 थी, जो 2016 में 2.9 फीसदी की वृद्धि के साथ बढ़कर 3,38,954 हो गई. इन मामलों में पति और रिश्तेदारों की क्रूरता के 1,10,378 मामले, महिलाओं पर जानबूझकर किए गए हमलों की संख्या 84,746, अपहरण के 64,519 और दुष्कर्म के 38,947 मामले दर्ज हुए हैं.
साल 2016 के दौरान कुल 3,29,243 दर्ज मामलों में सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में 49,262, दूसरे स्थान पर पश्चिम बंगाल में 32,513 मामले, तीसरे स्थान पर मध्य प्रदेश 21, 755 मामले , चौथे नंबर पर राजस्थान 13,811 मामले और पांचवें स्थान पर बिहार है, जहां 5,496 मामले दर्ज हुए. एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक, देश में अपराध की राष्ट्रीय औसत 55.2 फीसदी की तुलना में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में उच्चतम अपराध दर 160.4 रही.
मेट्रो शहरों में महिलाओं के साथ अपराधों की सूची में दिल्ली शीर्ष पर है, जहां कुल 41,761 दर्ज हुए. इसमें 1.8 फीसदी की वृद्धि देखी गई. 2015 में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की संख्या 41,001 थी. 2016 के दौरान पति और रिश्तेदारों की क्रूरता के 12,218 (दिल्ली 3,645 मामले), महिलाओं पर जानबूझकर किए गए हमलों की संख्या 10,458 (दिल्ली 3,746), अपहरण के 9,256 (दिल्ली 3,364) और रेप के 4,935 (दिल्ली 1,996) मामले दर्ज किए गए.