उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के थाना तरवा क्षेत्र में बदमाशों के साथ हुई मुठभेड़ में पुलिस ने 50 हजार रुपये के इनामी बदमाश सुनील राम उर्फ सिपाही को घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार बदमाश को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से उसे बीएचयू वाराणसी ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है.
पुलिस के मुताबिक, पकड़ा गया इनामी बदमाश एक डॉक्टर से पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगने और नहीं देने पर हत्या के प्रयास के मामले में फरार चल रहा था. उसके खिलाफ लूट और हत्या का प्रयास समेत 30 से भी ज्यादा मामले दर्ज हैं. बदमाश सुनील राम बहरियाबाद थाना जनपद गाजीपुर का रहने वाला है.
पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी ने बताया कि इस शातिर अपराधी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था. बदमाश थाना मुबारकपुर के बगेहड़ा निवासी डॉ. शिवरतन यादव को बीते फरवरी और मार्च में पांच लाख रुपये की फिरौती देने के लिए फोन पर लगातार धमका रहा था.
बदमाश ने फायरिंग कर दहशत फैला दी
पैसे नहीं देने पर उसने डॉक्टर के जहानागंज क्षेत्र स्थित कलीनिक पर फायरिंग कर दहशत फैला दी थी. फायरिंग की सूचना मिलते ही जनपद पुलिस ने चेकिंग कड़ी कर दी. इस बीच सोमवार सुबह पांच बजे मेंहनाजपुर पुलिस ने पियरा मोड़ पर बाइक सवार बदमाश को रोकना चाहा तो वह तरवा थानाक्षेत्र की ओर भागने लगा.
घायल बदमाश को अस्पताल भेजा
इस पर पुलिस ने बदमाश का पीछा किया और कंट्रोल रूप को सूचना दे दी. इस बीच थाना तरवा पुलिस ने उसे रोकने का प्रयास किया. खुद को घिरता देख सुनील राम ने पुलिस पर फायरिंग की. जवाबी फायरिंग में बदमाश घायल हो गया, जिसे गिरफ्तार कर पुलिस ने मण्डलीय चिकित्सालय भेज दिया.
आजमगढ़ में हुए अन्य एनकाउंटर
पुलिस ने 26 जनवरी 2018 को मुकेश राजभर को मुठभेड़ में मार गिराया. भाई का आरोप कानपुर से मुकेश को उठाया गया, अगले दिन एनकाउंटर की खबर मिली.
पुलिस ने 14 सितंबर 2017 को राम जी पासी को मुठभेड़ में मार गिराया. बड़े भाई का आरोप है कि पुलिस कई दिनों से उसे एनकाउंटर की धमकी दे रही थी.
पुलिस ने 3 अगस्त 2017 को जयहिंद को मुठभेड़ में मारा. पिता का आरोप सादे कपड़ों में आए लोग उसे अपने साथ ले गए थे और फिर उसके एनकाउंटर की खबर आई.