पंजाब में पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या पर सियासी घमासान जारी है. विपक्षी कांग्रेस सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अख्तियार किए हुए है. वहीं, सिद्धू मूसेवाला की सुरक्षा में कटौती पर भी सवाल उठ रहे हैं. इन सबके बीच सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले की जांच पंजाब सरकार ने स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम यानी एसआईटी से कराने के आदेश दे दिए हैं.
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की जांच एसाईटी से कराने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वीके भावरा ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जांच के लिए एसआईटी का गठन भी कर दिया है.
डीजीपी ने सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआईटी गठित की है. सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की जांच के लिए गठित एसआईटी में पुलिस अधीक्षक (जांच) धर्मवीर सिंह, बठिंडा के डिप्टी एसपी (जांच) विश्वजीत सिंह और मानसा के सीआईए प्रभारी पृथ्वीपाल सिंह को शामिल किया गया है.
गौरतलब है कि सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की जांच SIT से कराने की मांग उठ रही थी. सिद्धू मूसेवाला के परिजन सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे. भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले की जांच के लिए SIT का गठन कर दिया है.
बता दें कि बदमाशों ने सिद्धू मूसेवाला की उस समय गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब वे अपने दो दोस्तों के साथ थार से कहीं जा रहे थे. मूसेवाला के शरीर पर गोलियों के 24 निशान मिले थे. सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद कांग्रेस भगवंत मान सरकार पर हमलावर है. पंजाब सरकार ने हत्या के एक दिन पहले ही मूसेवाला की सुरक्षा में कटौती कर दी थी.