महाराष्ट्र के मीरा भायंदर पुलिस कमिश्नरेट के पुलिसकर्मियों ने दो बदमाशों को भिवंडी से फिल्मी अंदाज में गिरफ्तार कर लिया. पुलिसकर्मी वहां पिकअप वैन और ट्रक ड्राइवर बनकर पहुंचे और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 50 से ज्यादा लोगों की भीड़ का मुकाबला भी किया.
दरअसल, ये कहानी शुरू होती है बीती 5 नवंबर से, उस दिन दोनों आरोपियों ने वसई इलाके में सुबह की सैर के लिए निकली एक 56 वर्षीय महिला को अपना शिकार बनाया था. उन दोनों महिला की सोने की चेन ठग ली थी. जो 12.05 ग्राम की थी. उसकी कीमत लगभग 60 हजार रुपये थी.
दोनों आरोपियों ने सैर पर निकली महिला से कहा कि वे दोनों पुलिसकर्मी हैं और कुछ ही दूरी पर एक महिला की सोने की चेन कुछ अज्ञात लोगों ने खींच ली है. वो लोग अभी भी इलाके में घूम रहे हैं. ये बात सुनकर महिला घबरा गई. इसी बात का फायदा उठाते हुए आरोपियों उस महिला से अपनी चेन को एक कागज़ में रखने के लिए कहा.
जैसे ही महिला ने अपनी चेन गले से निकाली, वो दोनों ऐसी एक्टिंग करने लगे कि मानो वे महिला की मदद करने की कोशिश कर रहे थे. उन्होंने महिला को चेन रखने के लिए एक पेपर दिया. महिला ने चेन उस पेपर में रख दी. इसी दौरान बातों ही बातों में आरोपियों ने वैसे ही एक मुड़े हुए दूसरे पेपर के साथ चेन वाला पेपर बदल दिया. महिला की इस बात की भनक तक नहीं लगी.
आरोपी वहां से निकल गए. कुछ दूरी पर जाने के बाद महिला ने देखा कि आरोपियों ने जो मुड़ा हुआ पेपर उसे दिया था, उसमें उसकी चेन नहीं थी. इसके बाद महिला को अहसास हो गया कि उसके साथ कुछ गलत हो गया है. वो सीधे वसई के नवघर पुलिस स्टेशन पहुंची और वहां शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद महिला की शिकायत पर पुलिस टीम ने मामले की छानबीन शुरु कर दी.
जब पुलिस ने घटना स्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो ईरानी गिरोह के दोनों आरोपियों की पहचान हो गई. ये गिरोह निर्दोष नागरिकों को टारगेट कर उनके सामने खुद को पुलिसकर्मी दर्शाता है और उन्हें झासे में लेकर उनका कीमती सामान ठगने से लेकर सोने की चेन आदि की स्नेचिंग भी करता है.
पुलिस टीम इस केस पर काम कर ही रही थी कि मुखबिरों से सूचना मिली कि दोनों आरोपी चचेरे भाई थे और मध्य उपनगर के अंबिवैली के ईरानी पाडा इलाके में रहते हैं. आगे जानकारी मिली कि आरोपी मंगलवार को वफ़ा कम्पाउंड में ईरानी प्रवासी आबादी बाहुल्य इलाके में आएंगे. वफ़ा कम्पाउंड एक अत्यंत अशांत इलाका है. पहले भी कई मामलों में ईरानी गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस टीम पर वहां हमला हो चुका है. ये हमला वहां रहने वालों ने किया था.
जानकारी मिलने के साथ ही पुलिस ने जाल बिछाया और नवघर पुलिस स्टेशन के आठ पुलिसकर्मियों ने उस इलाके में ट्रक और पिकअप वैन चालकों के रूप में एक मुखबिर के साथ डेरा डाल दिया. वहीं मुखबिर ने 23 और 26 साल की उम्र वाले दो आरोपी उन पुलिसवालों को दिखाए. पुलिस टीम ने फौरन उन आरोपियों को पकड़ लिया. जैसे ही वो दोनों आरोपी पकड़े गए, तो जोर जोर से चिल्लाने लगे. तभी इलाके में रहने वाले लोगों ने पुलिस टीम और उनकी पिकअप वैन पर आरोपियों को छुड़ाने के लिए लाठी और पत्थरों से हमला कर दिया.
आठ पुलिसकर्मियों पर हमला करने वाली भीड़ में पचास से ज्यादा लोग शामिल थे, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और वे किसी तरह दोनों आरोपियों को लेकर वहां से निकलने में कामयाब हो गए. एक घंटे में उन्होंने वो इलाका छोड़ दिया. दोनों आरोपियों से प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि दोनों के खिलाफ मुंबई और ठाणे में लूट, चोरी और हमले के 12 मामले दर्ज हैं.
आरोपियों पर कड़े MCOC (महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गनाइज्ड क्राइम) एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. दोनों को गिरफ्तार करने के बाद अदालत में पेश किया गया था. जहां से गुरुवार को उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. अब पुलिस उनसे लगातार पूछताछ कर रही है.