उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तैनात आईपीएस प्राची सिंह पर प्रताड़ना का आरोप लगाकर युवक ने सुसाइड कर लिया था. इस मामले में परिजनों का आरोप है कि पुलिस सबूत मिटा रही है. मृतक के भाई का मोबाइल भी पुलिस ने जब्त कर लिया है.
आईपीएस प्राची सिंह पर आरोप लगाकर सुसाइड करने वाले विशाल सैनी के मामले में परिजनों ने नया आरोप लगाया है. उनका आरोप है कि पुलिस दबाव बना रही है. सबूतों को मिटाया जा रहा है. मृतक के भाई का मोबाइल जमा करवा लिया गया है. इतना ही नहीं उनके घर के बाहर सादा कपड़ों में पुलिस लगाई गई है.
विशाल सैनी के परिजनों ने मांग की है कि यदि पुलिस के पास उनके बेटे के खिलाफ कोई सबूत है या फिर कोई वीडियो है, तो उन्हें दिखाए.परिजनों ने कहा कि यदि पुलिस इस मामले में एफआईआर नहीं लिखती है, तो वे कोर्ट की शरण लेंगे और वहां से आईपीएस प्राची सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की गुहार लगाएंगे.
ये है मामला
हसनगंज के विवेकानंद हॉस्पिटल रेलवे क्रॉसिंग के पास विशाल सैनी नाम के युवक ने पुलिस को फोन करने के बाद ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी. वह सचिवालय में कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर तैनात था और रविदास मंदिर के पास रहता था. उसने अपने सुसाइड नोट में नॉर्थ जोन में तैनात आईपीएस प्राची सिंह पर झूठे मामले में जेल भेजने का आरोप लगाया था.
दरअसल, 13 फरवरी को आईपीएस प्राची सिंह ने इंदिरा नगर में स्टाइल इन दी ब्यूटी सैलनू और स्पा सेंटर पर छापेमारी की थी, इस दौरान 5 महिलाओं को हिरासत में लिया गया था, उनके साथ पकड़े गए मृतक विशाल को भी जेल भेज दिया गया था. हालांकि जेल से छूट के आने के बाद वह मानसिक रूप से प्रताड़ित था.