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मनीष हत्याकांड में एक और पुलिसकर्मी की गिरफ्तारी, कोर्ट में सरेंडर करने से पहले हत्थे चढ़ा

मनीष गुप्ता मामले में आरोपी 6 पुलिसकर्मियों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था. मुख्य आरोपी जेएन सिंह और अक्षय मिश्रा को गोरखपुर पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया है.

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मनीष गुप्ता हत्याकांड में अब तक 5 गिरफ्तारियां हुईं (फाइल)
मनीष गुप्ता हत्याकांड में अब तक 5 गिरफ्तारियां हुईं (फाइल)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 1 लाख का इनामी कांस्टेबल कमलेश यादव गिरफ्तार
  • कल SI राहुल और कांस्टेबल प्रशांत हुए थे गिरफ्तार
  • मनीष गुप्ता मामले में 6 पुलिसकर्मियों पर लगे हैं आरोप

गोरखपुर में कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की हत्या के मामले में पुलिस ने 5वें आरोपी पुलिसकर्मी को गिरफ्तार कर लिया है. हत्याकांड मामले में 1 लाख के इनामी कांस्टेबल कमलेश यादव को गिरफ्तार किया गया है.

मनीष गुप्ता हत्याकांड में 6 पुलिसकर्मियों पर एक-एक लाख का इनाम रखा गया था. कमलेश यादव गिरफ्तारी से पहले कोर्ट में सरेंडर के फिराक में था. गोरखपुर के कैंट क्षेत्र से गिरफ्तारी हुई है.

इससे पहले कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर में हत्या के मामले में कल मंगलवार को 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया. कैंट पुलिस ने सब इंस्पेक्टर राहुल दुबे और कांस्टेबल प्रशांत कुमार को गिरफ्तार किया. अब तक इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तारी हो चुकी है.

सभी आरोपियों पर 1-1 लाख का इनाम

गोरखपुर पुलिस ने रविवार को दो अन्य आरोपी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया था. इसमें से एक पुलिसकर्मी घटना के समय सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात था, जबकि दूसरा इंस्पेक्टर के पद पर था. गिरफ्तार किए गए एक आरोपी का नाम इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह (जेएन सिंह) और दूसरे का नाम सब इंस्पेक्टर अक्षय मिश्रा है.

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मनीष गुप्ता मामले में आरोपी 6 पुलिसकर्मियों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था. जेएन सिंह और अक्षय मिश्रा को गोरखपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया और इन्हें कानपुर एसआईटी के हवाले कर दिया गया.

पिछले महीने कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता अपने दोस्तों के साथ गोरखपुर के थाना रामगढ़ताल क्षेत्र के एक होटल में ठहरे हुए थे. पुलिसकर्मी आधी रात को उनके कमरे में दाखिल हो गए थे. इसके बाद उन्होंने कथित रूप से पीट-पीटकर मनीष की हत्या कर दी थी. इस मामले में गोरखपुर के 6 पुलिसकर्मियों को आरोपी बनाया गया लेकिन घटना के बाद से ही सभी आरोपी फरार हो गए थे. इस हत्याकांड के बाद प्रदेश में जमकर सियासत हुई और विपक्षी दलों ने प्रदर्शन किया.
 

 

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