scorecardresearch
 

इंदौर में शादी, मेघालय में हनीमून और शिलांग में मर्डर... जंगल में मिली पति की लाश, उलझी लापता पत्नी की मिस्ट्री

हनीमून मनाने मेघालय गए इंदौर के एक जोड़े के रहस्यमयी तरीके से लापता होने की खबर है. 10 दिन बाद पति का शव शिलांग के पास एक खाई में मिला, जबकि पत्नी अभी भी लापता है. पुलिस का तलाशी अभियान जारी है.

Advertisement
X
पुलिस ने राजा की लाश बरामद कर ली है, लेकिन सोनम लापता है
पुलिस ने राजा की लाश बरामद कर ली है, लेकिन सोनम लापता है

Meghalaya honeymoon tragedy husband dead wife missing: वो पति-पत्नी हनीमून मनाने के लिए इंदौर से मेघालय जाते हैं. मगर मेघालय पहुंचने के 48 घंटे बाद ही अचानक वो दोनों रहस्यमयी तरीके से कहीं गायब हो जाते हैं. दोनों के मोबाइल फोन भी लगातार स्वीचऑफ आ रहे थे. अब उनकी तलाश के लिए उनके भाई मेघालय पहुंचते हैं. पुलिस को शिकायत दर्ज कराते हैं. इसके बाद वहां की पुलिस एक सर्च ऑपरेशन शुरू करती है. 

Advertisement

मेघालय की राजधानी शिलांग में मौजूद है विज़डॉंग इलाका. जहां से चेरापूंजी भी करीब है. जो पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा बारिश और बरसात के लिए जाना जाता है. इस इलाके में एक सर्च ऑपरेशन चलाया गया. इस सर्च ऑपरेशन में मेघालय पुलिस, SDRF, SOT और जेंटिया हिल्स माउनटेनियरिंग क्लब से जुड़े लोग दो लोगों की तलाश में जुटे हैं. ये दो लोग एक ऐसे नए नवेले दूल्हा दुल्हन हैं, जो हनीमून मनाने के लिए यहां आए थे.

असल में इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की शादी 11 मई को सोनम के साथ हुई थी. शादी दोनों परिवार वालों की मर्जी से हुई थी. शादी के नौ दिन बाद हनीमून मनाने के लिए राजा रघुवंशी अपनी पत्नी सोनम के साथ इंदौर से गुवाहाटी जाते हैं. दोनों कनेक्टिंग फ्लाइट से इंदौर से बेंगलुरु होते हुए 20 मई की शाम गुवाहाटी पहुंचे थे. गुवाहाटी में कामख्या मंदिर में दर्शन के बाद 22 मई को राजा और सोनम गुवाहाटी से शिलांग चले जाते हैं. शिलांग पहुंचने के 48 घंटे बीतते बीतते अचानक दोनों पति-पत्नी रहस्यमयी ढंग से गायब हो जाते हैं.

Advertisement

अब सवाल ये है कि हनीमून मनाने के लिए शिलांग पहुंचे राजा रघुवंशी और सोनम अचानक कहां, कैसे और क्यों लापता हो गए? घरवालों की मानें तो उन दोनों का प्लान सिर्फ असम जाने का था. तो फिर दोनों शिलांग कैसे पहुंच गए? सोनम की सास और राजा रघुवंशी की मां ही वो आखिरी शख्स हैं, जिन्होंने दोनों के गायब होने से पहले आखिरी बार सोनम से मोबाइल पर बात की थी. ये बातचीत 23 मई की दोपहर डेढ़ बजे हुई थी. इस कॉल के बाद 23 मई की दोपहर 2 बजे सोनम का फोन बंद हो जाता है. और फिर कभी नहीं खुलता.

उस आखिरी बातचीत के दौरान खुद सोनम ने अपनी सास को ये बताया था कि वो लोग इस वक्त किसी जंगल में घूमने आए हैं. वहां शायद कोई झरना भी था. बातचीत से ये भी पता चल रहा था को जिस जगह सोनम थी वहां तक वो ऊंची चढ़ाई चढ़ते हुए पहुंची थी. ये आखिरी बातचीत सोनम की सास यानि राजा की मां के मोबाइल में रिकॉर्ड हो गई थी. 

पूरा 23 मई का दिन बीत जाता है. अब 24 मई का दिन आ गया था. लेकिन हैरतअंगेज तौर पर सोनम और राजा दोनों के मोबाइल लगातार बंद थे. पहले तो घरवालों को लगा कि जिस जगह दोनों हैं, शायद वहां नेटवर्क का इशू है. लेकिन अगले दो दिनों तक जब दोनों के फोन नहीं आए तो अब घरवालों को फिक्र सताने लगी. जब 25 मई को भी ना फोन ऑन हुआ और ना ही दोनों ने इंदौर अपने घरवालों से संपर्क किया. तब घरवालों को लगा कि कहीं कुछ गड़बड़ ना हो. इसी के बाद 26 मई को राजा और सोनम दोनों के भाई इंदौर से शिलांग पहुंचे.

Advertisement

शिलांग पहुंचने के बाद पहली बार राजा और सोनम के भाई ईस्ट सोहना पुलिस स्टेशन में दोनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाते हैं. तब तक राजा और सोनम को गायब हुए तीन दिन हो चुके थे. इत्तेफाक से 23 मई को गुम होने से पहले राजा और सोनम ने शिलांग की अपनी कुछ तस्वीरें घरवालों से शेयर की थी. उनमें से एक तस्वीर में एक एक्टिवा स्कूटी नजर आ रही थी. स्कूटी के पीछे एक फोन नंबर भी था. शिलांग पहुंचने के बाद राजा के भाई ने उस नंबर पर कॉल किया. पता चला कि वो नंबर उन लोगों के थे जो सैलानियों को स्कूटी रेंट पर दिया करते थे. 

पूछताछ के दौरान पता चला कि 23 मई को राजा रघुवंशी ने भी एक स्कूटी किराए पर ली थी. शिकायत दर्ज होने के बाद अब मेघालय पुलिस तफ्तीश शुरु करती है. जांच के बाद ये पता चलता है कि राजा और सोनम 22 मई को शिलांग के मवालाखियत इलाके में पहुंचे थे. वहां दोनों शिपारा होम स्टे में रुके थे. 22 मई को ही उन्होंने एक्टिवा स्कूटी किराए पर ली और फिर एक लोकल गाइड के साथ आसपास घूमने निकल गए. 

23 मई की सूबह 6 बजे दोनों शिपारा होम स्टे से चेकआउट कर जाते हैं. उसी दिन दोपहर डेढ़ बजे सोनम की आखिरी बार अपनी सास से बात होती है. फिर दो बजे उसका मोबाइल बंद हो जाता है. इसके बाद दोनों कहां गए कुछ पता नहीं चलता. पर इसी बीच 24 मई की रात मवालखियत से करीब 25 किलोमीटर दूर ओसरा हिल्स की पार्किंग में एक स्कूटी लावारिस हालत में पाई जाती है. ये वही स्कूटी थी जो राजा ने किराए पर ली थी. अब पुलिस ओसरा हिल्स के आसपास जांच शुरु करती है. लेकिन दोनों का कोई सुराग नहीं मिलता.

Advertisement

इधर, राजा और सोनम के घरवाले हर गुजरते दिन के साथ और ज्यादा परेशान होते जा रहे थे. दोनों को तलाशने के लिए उन्होंने इंदौर के पुलिस कमिश्नर से भी मदद मांगी. तब इंदौर पुलिस ने शिलांग पुलिस से कॉन्टैक्ट किया.

सर्च ऑपरेशन अब तेज हो चुका था. पुलिस की एक टीम उस शिपारा होम स्टे भी पहुंची जहां राजा और सोनम रुके थे. वहां कमरे से पुलिस को कुछ नहीं मिला. लेकिन हैरतअंगेज तौर पर 28 मई को उसी शिपारा होम स्टे से कुछ दूरी पर जंगल में दो बैग मिले. बैग में कुछ सामान था. जब उस बैग और बैग के सामान को राजा और सोनम के भाइयों को दिखाया गया तो उन्होंने तुरंत उसे पहचान लिया. ये उन दोनों के ही बैग थे. राजा और सोनम के मोबाइल का स्विच ऑफ होना, किराए की स्कूटी लावारिस हालत में मिलना और दोनों के बैग जंगलों से बरामद होना. जाहिर है मामला संगीन होता जा रहा था. इसी के बाद अब सर्च ऑपरेशन का दायरा और भी बढ़ा दिया गया.

बारिश, पहाड़, जंगल और गहरी खाइयों की वजह से सर्च ऑपरेशन में काफी दुश्वारी आ रही थी. अब पुलिस ने ड्रोन के जरिए भी दोनों को ढूंढने की कोशिश की. मगर वक्त बीतता जा रहा था और दोनों का कोई सुराग नहीं मिल रहा था. राजाा और सोनम क गायब हुए अब पूरे दस दिन हो चुके थे. तभी दो जून को एक दहला देने वाली खबर आती है. विजाडोंग पार्किंग लॉट के नीचे खाई में सर्च ऑपरेशन चल रहा था. 

Advertisement

इसी दौरान नीचे जाने पर एक लाश नजर आई थी. अब उसी लाश को ऊपर लाने की तैयारी की जा रही है. लाश को ऊपर लाने के बाद उसे फौरन शिलांग के एक अस्पताल भेज दिया गया. जिस जगह से ये लाश मिली थी वहां से सर्च टीम को कुछ सामान भी मिला. एक लेडी व्हाइट शर्ट, पेंट्रा 40 टैबलेट की एक पत्ती और वीवो मोबाइल फोन का एलसीडी स्क्रीन. लाश की कलाई पर एक स्मार्ट वॉच भी बंधी थी.

लाश की खबर मिलते ही शिलांग पुलिस राजा और सोनम के भाई को अपने साथ अस्पताल ले जाती है. लाश की हालत पहचाने जाने लायक नहीं थी. लेकिन राजा का भाई लाश के दाहिने हाथ पर गुदे टैटू से लाश की शिनाख्त कर लेता है. दरअसल, वो टैटू राजा के नाम का था. जिस जगह लावारिस स्कूटी बरामद हुई थी और जहां से राजा की लाश मिली उन दोनों जगहों में 25 किलोमीटर का फासला था.

राजा की लाश मिलने के बाद अब फिक्र इस बात की थी कि सोनम कहां है? आसपास कि तलाशी लेने के बावजूद सोनम का कोई सुराग नहीं मिला. चिंता इसी बात की है कि सोनम आखिर गई कहां? और सवाल ये कि राजा की मौत कैसे हुई? तो शिलांग पुलिस ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में कत्ल का मुकदमा दर्ज कर लिया है.

Advertisement

शुरुआती तफ्तीश के मुताबिक, ओसरा हिल्स के आसपास बहुत सारे लोकल गैंग एक्टिव हैं. जिस शिपारा होम स्टे में राजा और सोनम रुके थे, वहां भी लोकल गैंग का आना जाना था. तो क्या राजा की मौत के पीछे लूटपाट तो वजह नहीं? क्योंकि राजा का पर्स, गले की चेन, हीरे और सोने की अंगूठी, ब्रेसलेट और पावर बैंक गायब है. चेन और अंगूठी की कीमत घरवालों के हिसाब से करीब 10 लाख रुपये है.

फिलहाल शिलांग पुलिस की पूरी कोशिश सोनम को ढूंढने की है. लिहाजा, सर्च ऑपरेशन अब भी जारी है. इस केस की तह तक पहुंचने के लिए एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम भी बनाई गई है. हालांकि 14 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक सोनम का कोई सुराग नहीं मिला है.

(इंदौर से अविनाश के साथ आजतक ब्यूरो)

Live TV

Advertisement
Advertisement