Prajjwal Revanna Sex Videos & Rape Case Verdict: पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा का पोता, पूर्व मुख्यमंत्री का बेटा और खुद सांसद रह चुका प्रज्वल रेवन्ना अब बलात्कारी करार दिया गया है. एक नौकरानी के साहस, उसकी साड़ी समेत तमाम सबूतों ने 14 महीने की जद्दोजेहद के बाद आखिरकार अदालत ने अपना फैसला सुनाया और नौकरानी ही नहीं बल्कि कई महिलाओं को इंसाफ दिला दिया. यह सिर्फ एक केस नहीं, बल्कि उन सैंकडो पीड़िताओं की उम्मीद है, जो आज भी इंसाफ के इंतज़ार में बैठी हैं. आरोप, सबूत, वीडियो, DNA, अदालत का फैसला और अब सजा... ये है प्रज्वल रेवन्ना के अंजाम तक पहुंचने की पूरी दास्तान.
प्रज्वल रेवन्ना रेप का दोषी करार
कर्नाटक के पूर्व सांसद और जेडीएस नेता प्रज्वल रेवन्ना को बेंगलुरु की विशेष अदालत ने बलात्कार के एक मामले में दोषी करार दिया है. यह फैसला 1 अगस्त 2025 को सुनाया गया. कोर्ट कल यानी 2 अगस्त को सजा की अवधि का ऐलान करेगी. फैसला सुनते ही प्रज्वल कोर्ट में भावुक हो गया और अदालत में रोने लगा.
महज 14 महीने में आया फैसला
इस केस की जांच और सुनवाई बेहद तेज़ रही. एफआईआर दर्ज होने के सिर्फ 14 महीने बाद ही अदालत ने फैसला सुना दिया. यह केस हासन में रहने वाली एक पूर्व घरेलू सहायिका की शिकायत पर दर्ज किया गया था, जिसने आरोप लगाया था कि उसके साथ दो बार बलात्कार किया गया.
जब नौकरानी ने दर्ज कराई शिकायत
प्रज्वल के खिलाफ पहला मामला 28 अप्रैल 2024 को दर्ज हुआ. शिकायतकर्ता उनकी 47 साल की पूर्व नौकरानी थी. उसने बताया कि एक नहीं, बल्कि दो बार प्रज्वल ने उसके साथ ज़बरदस्ती की. यही नहीं, उसने हिम्मत करके घटना का वीडियो भी रिकॉर्ड कर लिया था.
कोर्ट में पेश हुआ पुख्ता सबूत – साड़ी
इस केस की सबसे अहम कड़ी वो साड़ी थी, जो पीड़िता ने घटना के वक्त पहनी थी. जांच में उस साड़ी पर स्पर्म के दाग मिले, जो फॉरेंसिक रूप से जांच में साबित भी हो गया. अदालत में नौकरानी की वो साड़ी निर्णायक सबूत के तौर पर पेश की गई और यही इस मामले में सबसे मजबूत कड़ी बनी.
बलात्कार के वीडियो भी थे मौजूद
पीड़िता ने न सिर्फ साड़ी को संभाल कर रखा था, बल्कि घटना का वीडियो भी रिकॉर्ड किया था. कोर्ट में यह वीडियो क्लिप भी बतौर सबूत पेश किया गया, जिससे यह साफ हुआ कि आरोपी ने न सिर्फ गलत किया, बल्कि उसे रिकॉर्ड भी किया.
तीन अलग-अलग केस, कई महिलाओं के आरोप
प्रज्वल रेवन्ना पर सिर्फ एक नहीं, बल्कि तीन अलग-अलग महिलाओं ने दुष्कर्म और यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. एक 44 साल की महिला ने भी मई 2024 में उसके खिलाफ बार-बार दुष्कर्म करने का केस दर्ज कराया. तीसरा केस 60 साल की एक महिला की शिकायत पर SIT ने दर्ज किया.
2500 से ज्यादा अश्लील वीडियो की जांच
SIT को एक पेन ड्राइव मिली है, जिसमें प्रज्वल से जुड़े करीब 2500 अश्लील वीडियो क्लिप मिले हैं. इनमें कई ऐसी महिलाएं नजर आ रही हैं, जिनकी पहचान उजागर होने का खतरा है. SIT ने कोर्ट से अपील की है कि इन वीडियो को तुरंत इंटरनेट से हटवाया जाए.
गिरफ्तारी और महिला टीम की कार्रवाई
प्रज्वल 27 अप्रैल 2024 को देश छोड़कर जर्मनी भाग गया था, लेकिन 35 दिन बाद 31 मई को वह भारत लौट आया. बेंगलुरु एयरपोर्ट पर उतरते ही उसे SIT की महिला अफसरों की टीम ने गिरफ्तार कर लिया था. गिरफ्तारी के वक्त उसकी मेडिकल जांच भी करवाई गई थी.
आरोपी के पिता पर भी आरोप
प्रज्वल रेवन्ना के पिता एचडी रेवन्ना भी इस केस में सह-आरोपी हैं. एक मामले में पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसे धमकाया गया और अपहरण की कोशिश की गई. एचडी रेवन्ना फिलहाल जमानत पर हैं. वह कर्नाटक विधानसभा में विधायक हैं और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के बेटे हैं.
अब सजा पर टिकी निगाहें
अब पूरे देश की निगाहें 2 अगस्त 2025 पर टिकी हैं, जब कोर्ट बताएगी कि प्रज्वल को कितनी सजा दी जाएगी. IPC की धारा 376 (बलात्कार) के तहत अधिकतम उम्रकैद तक की सजा हो सकती है. SIT इस मामले में अन्य पीड़िताओं से भी संपर्क कर रही है और जांच अब भी जारी है.