International Women's Day: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से महिलाओं ने क्राइम अगेंस्ट वुमेंस (Crime Against Women) से जुड़े कई सवाल पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना (Police Commissioner Rakesh Asthana) से पूछे. कार्यक्रम के दौरान महिलाओं ने पुलिस कमिश्नर से पूछा कि मनचले और रेपिस्ट क्यों जेल से बाहर क्यों आ जाते हैं? पुलिस ऐसे अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए क्या कदम उठा रही है.
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day) पर महिलाओं को सम्मानित किया. इस दौरान महिलाओं ने कई सवाल पूछे. अधिकतर महिलाओं के सवाल स्ट्रीट क्राइम पर आधारित थे. महिलाओं ने पूछा कि छेड़खानी या रेपिस्ट बहुत जल्द जमानत पर बाहर आ जाते हैं, इसके बाद वह पीड़िता के लिए खतरा बन जाते हैं. ऐसे में पुलिस क्या एक्शन ले रही है.
महिलाओं के सवालों पर कमिश्नर अस्थाना ने कहा कि महिला पुलिसकर्मियों को पेट्रोलिंग के लिए उतारा गया है. दिल्ली पुलिस के तमाम अधिकारियों को भी स्ट्रीट क्राइम कंट्रोल करने के निर्देश दिए गए हैं.
राकेश अस्थाना ने जेल से रेपिस्ट के जल्द बाहर आने के सवाल पर कहा कि जमानत मिलना या जेल से बाहर आना कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा है. हालांकि ऐसे मामलों में पुलिस अदालत में कोशिश करती है कि आरोपी जेल से बाहर ना आए. लेकिन ऐसे आरोपियों को जमानत मिल जाती है तो दिल्ली पुलिस ने जेल-बेल अभियान चलाया है, इसके तहत आरोपी जेल से बाहर आता है तो इलाके के थाने का स्टाफ उस पर नजर रखता है. आरोपी का डाटा बेस तैयार किया जाता है.
अस्थाना ने बताया कि दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में तकरीबन 127 पिंक बूथ पुलिस चौकी खोली गई हैं. इसमें महिला स्टाफ तैनात की गई है, जो महिलाओं की शिकायत समस्याएं सुन रही हैं. इस दौरान अलग-अलग सेक्टर में काम करने वाली महिलाओं को सम्मानित भी किया गया. पुलिस की ओर से कहा गया कि कार्यक्रम में दिल्ली की करीब 50 हजार से ज्यादा महिलाओं ने वर्चुअल तौर पर हिस्सा लिया.