Delhi Mehek Murder Case: दिल्ली में कत्ल का एक खौफनाक मामला सामने आया है, जहां एक लड़की को उसके प्रेमी ने ही चाकू से गोदकर मार डाला. पहले आरोपी लड़के ने चाकू से लड़की पर ताबड़तोड़ वार किए और दिल नहीं भरा तो उसका गला दबाया और तब तक गला दबाया जब तक लड़की मर नहीं गई. इसके बाद भी कातिल नहीं रुका. उसने पेट्रोल से लड़की का चेहरा और पूरी बॉडी जलाने की कोशिश भी की.
दिल्ली के संजय वन में जहांगीरपुरी की रहने वाली एक लड़की महक को बड़ी ही बेरहमी के साथ क़त्ल किया गया. जानकारी के मुताबिक, पहले तो आरोपी लड़के ने लड़की के कंधे पर चाकू मारा और उसके बाद एक के बाद एक चाकू के कई वार किए. आरोपी अर्शकृत महक को प्यार का दावा करता था. चाकू मारने के बाद भी वो नहीं रुका. उसने लड़की के चेहरे पर पेट्रोल डाला और पूरी बॉडी को जलाने की कोशिश भी की.
लड़की का कत्ल और फिर अपने हिसाब से लाश को ठिकाने लगा देने के बाद आरोपी लड़का अपने घर पहुंचा और फिर पास के एक अस्पताल में एडमिट हो गया और अपने घर वालों को कहानी सुनाई कि महक ने अपने दो दोस्तों से उसे पर चाकू से हमला करवाया है. दरअसल, महक पर हमला करने के दौरान अर्शकृत को भी कुछ चोटें लगी थी.
इधर, महक के परिवार वालों का कहना है कि महक जैन कॉरेस्पोंडेंस से इंग्लिश की पढ़ाई कर रही थी और साथ में मूलचंद के पास इंस्टिट्यूट से कोरियन भाषा भी सीख रही थी. रविवार की सुबह तकरीबन 8 बजे महक अपने घर से इंस्टिट्यूट जाने के लिए निकली थी लेकिन वह संजय वन पहुंच गई. जहां पर अर्शकृत उसका इंतजार कर रहा था.
दिन में 11:30 के करीब महक की मां ने महक को जब फोन किया तो महक ने बोला कि वह दो से तीन बजे के बीच घर पहुंच जाएगी. लेकिन 2:30 बजे की करीब जब महक की मां ने फोन किया तो महक का फोन स्विच ऑफ आ रहा था. परिवार के लोग अभी कुछ समझ ही पाते की तभी अर्शकृत के पिता का फोन महक के पिता के पास आया और उन्होंने कहा अर्शकृत अस्पताल में एडमिट है और उसे पर महक ने अपने दो दोस्तों के जरिए चाकू से हमला करवाया है। जब महक के पिता ने पूछा कि कब और कहां उन्होंने बताया संजय वन।
परिवार के लोग तुरंत जहांगीरपुरी थाने पहुंचे, जहां उनसे कह दिया गया कि उन्हें इस इलाके में थाने में जाना होगा. जिसके बाद यह लोग महरौली के आसपास पार्कों में महक की खोज शुरू कर देते हैं लेकिन कुछ भी पता नहीं चलता और रात 8:00 बजे करीब परिवार के लोग महरौली थाने पहुंचे. जहां शुरुआत में तो पुलिस से कोई मदद नहीं मिली लेकिन जब थाने के SHO पहुंचे तो उन्होंने तुरंत पुलिसकर्मियों को काम पर लगाया और खुद ही बैठकर शिकायत लिखी.
इन सब के बावजूद महक की लाश संजय वन में लावारिस हालत में पड़ी रही और सोमवार को सुबह पुलिस ने उसे तब बरामद किया जब पुलिस ने अर्शकृत से पूछताछ की. अर्शकृत ने न सिर्फ कत्ल की बात विकारी बल्कि पुलिस को लेकर के वह जगह पर गया, जब पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तो उन्होंने देखा कि खून से लटपट अधजली हालत महक का शव संजय वन बेहद सुनसान इलाके में पड़ा हुआ था.
पुलिस के मुताबिक आर्षकृत ने पूछताछ में बताया कि उसने 200 मल की दो छोटी शिशियों में पेट्रोल लिया. फिर चाकू लिया और बस में बैठकर वह सुबह 8:15 के करीब संजय वन पहुंच गया था. वहां वह महक का इंतजार करने लगा. महक 10:00 बजे के करीब संजय वन पहुंचती है. इसके बाद वह महक को लेकर के सुनसान इलाके में गया. जहां दोनों का झगड़ा हुआ जिसके बाद आरोपी ने सबसे पहले महक को चाकू मारा फिर गला दबाया और उसके बाद चेहरा बिगड़ने की कोशिश की इसके लिए वह पेट्रोल ले आया था, जिससे उसने लाश को आग के हवाले कर दिया.
इसके बाद दिल्ली पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही मौके से तमाम सबूत जुटाए हैं. महक के पिता का कहना है कि आरोपी दो-तीन बार उनके घर भी आ चुका है. वह उसे मना करते थे लेकिन वह मानता नहीं था. एक डेढ़ महीने पहले वह मूलचंद महक के इंस्टिट्यूट के पास भी पहुंच गया था. जहां उसका झगड़ा भी हुआ था.
महक के पिता के मुताबिक, आरोपी महक से कहता था कि वह उसके अलावा किसी से बात ना करे. महक की बड़ी बहन का तो कहना है कि आरोपी ने महक के फोन को हैक कर लिया था और अगर महक किसी को सोशल मीडिया से भी मैसेज भेजती थी तो उसे पता चल जाता था, यहां तक कि वह लोकेशन भी ट्रेस कर लेता था. फिलहाल, पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है.