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आफताब पर हमले से हिंदू सेना ने खुद को किया अलग, कहा- हम कानून को मानते हैं

डीसीपी रोहिणी ने बताया कि हरियाणा के गुरुग्राम के रहने वाले दो लोगों कुलदीप ठाकुर और निगम गुर्जर को हिरासत में लिया गया है. ये लोग एक कार में आए थे. हमने कार बरामद कर ली है. 3-4 लोग थे. पूछताछ के दौरान अन्य लोगों की संलिप्तता सामने आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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दिल्ली के रोहिणी में श्रद्धा मर्डर केस के आरोपी आफताब पर कुछ लोगों ने हमला करने की कोशिश की.
दिल्ली के रोहिणी में श्रद्धा मर्डर केस के आरोपी आफताब पर कुछ लोगों ने हमला करने की कोशिश की.

श्रद्धा मर्डर केस में आरोपी आफताब पर हमले की कोशिश का मामला गरमा गया है. हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने बयान जारी किया है. उन्होंने कहा- दिल्ली पुलिस ने बताया कि हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं ने रोहिणी में आफताब पर हमला करने की कोशिश की है. इन एक्टिविस्ट्स ने जो कुछ भी किया है वह उनकी निजी भावना है. पूरा देश देख रहा है कि कैसे आफताब ने एक हिंदू लड़की के टुकड़े-टुकड़े कर डाले. हालांकि, हमारा संगठन ऐसे किसी भी काम का समर्थन नहीं करती है जो भारत के संविधान के खिलाफ हो, हम भारत के कानून को मानते हैं.

बता दें कि कैदियों को FSL ले जाने का जिम्मा दिल्ली पुलिस की तीसरी बटालियन का होता है. पुलिस के मुताबिक, आफताब के साथ जेल वैन में 5 पुलिसकर्मी मौजूद थे. इन 5 पुलिसकर्मियों में एक सब इंस्पेक्टर था जो इनका हेड था. दो पुलिसकर्मी बड़े हथियारों के साथ थे, जबकि 2 के पास छोटे हथियार थे. डीसीपी थर्ड बटालियन ने बताया कि जेल वैन बेहद सुरक्षित होती है. इसके बावजूद दिल्ली पुलिसकर्मियों ने साहस और सूझबूझ का परिचय दिया और आफताब की गाड़ी को बाहर निकाल लिया.

डीसीपी रोहिणी ने बताया कि हरियाणा के गुरुग्राम के रहने वाले दो लोगों कुलदीप ठाकुर और निगम गुर्जर को हिरासत में लिया गया है. ये लोग एक कार में आए थे. हमने कार बरामद कर ली है. 3-4 लोग थे. पूछताछ के दौरान अन्य लोगों की संलिप्तता सामने आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. घटनाक्रम में किसी को चोट नहीं आई. जेल वैन पूरी तरह सुरक्षित है. हमने कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है.

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क्या है पूरा मामला

दिल्ली में श्रद्धा मर्डर केस में आरोपी आफताब पर सोमवार शाम रोहिणी इलाके में हमला करने की कोशिश की गई है. आरोपी आफताब सोमवार शाम जैसे ही एफएसएल कार्यालय के बाहर वैन में सवार होकर निकला, तभी हमलावरों ने अपनी कार आगे खड़ी कर दी और तलवारें लेकर दौड़े. हमलावरों के पास 5 तलवारें थीं. ये पूरा घटनाक्रम 15 मिनट के अंदर हुआ. दिल्ली पुलिस को भी कुछ पल तक घटनाक्रम समझ में नहीं आया. पुलिस ने एक हमलावर निगम गुर्जर नाम के एक शख्स को हिरासत में ले लिया है. हमलावर ने कहा- आफताब को काटना था. हम गुरुग्राम से 15 लोग आए थे. सभी लोग सुबह दिल्ली आ गए थे और वारदात को अंजाम देने की फिराक में बैठे थे. लैब के बाहर रैकी करते रहे. 

आफताब ने हमारी बहन के 35 टुकड़े किए

निगम गुर्जर ने पुलिस पूछताछ में कहा कि आफताब के 70 टुकड़े करने आए थे. उसने हमारी-बहन बेटी के 35 टुकड़े किए थे. इसी बात से गुस्सा था. आफताब की हत्या करके ही वापस लौटना था. लेकिन पुलिस ने रोक लिया. ये सभी लोग कार से आए थे. एक मारुति कार (maruti zen) को पुलिस ने बरामद कर लिया. पुलिस को बरामद कार में हथौड़ा, विकेट, तलवारें मिली हैं. 

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