केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने बुधवार को 3700 करोड़ रुपये के बैंक फर्जीवाड़े के मामलों की जांच के संबंध में 100 से अधिक जगहों पर तलाशी ली. 30 से अधिक बैंक फर्जीवाड़े के मामले को लेकर जांच कर रही सीबीआई ने यह कार्रवाई की.
सीबीआई की तरफ से ली गई यह तलाशी जांच एजेंसी के विशेष अभियान का हिस्सा थी जिसके तहत सीबीआई उन ठगों को गिरफ्तार करना चाहती थी जिनके खिलाफ देश के अलग-अलग बैंकों में फर्जीवाड़ा करने का आरोप है. जिन बैंकों की तरफ से सीबीआई को शिकायत दी गई है उनमें, इंडियन ओवरसीज बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, आईडीबीआई, कैनरा बैंक इंडियन बैंक और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शामिल हैं.
इन जिलों में ली गई तलाशी
सीबीआई की तरफ से कानपुर, दिल्ली, गाजियाबाद, मथुरा, नोएडा, गुरुग्राम, चेन्नई, तिरुवरूर, वेलौर, तिरुप्पुर, बैंगलुरु, गंतूर, हैदराबाद, बेलेरी, कोलकाता, वेस्ट गोदावरी, सूरत, मुंबई, भोपाल, निमाडी, तिरुपति विशाखापट्टनम, अहमदाबाद, राजकोट, करनाल, जयपुर और श्रीगंगानगर में तलाशी ली गई है.
एक अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान कई अहम सूबत हाथ लगे हैं. सीबीआई के प्रवक्ता आरसी जोशी ने कहा कि कई बैंकों की तरफ से कथित तौर पर फर्जीवाड़े, जाली दस्तावेज जमा करने, लोन और क्रेडिट संबंधी मामलों में फ्रॉड करने की शिकायत दर्ज कराई गई है. आरोप हैं कि फर्जी तरीके से लोन लेकर उन्हें चुकाया नहीं जाता है जिसके चलते ये एनपीए में परिवर्तित हो जाते हैं. इससे अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचता है. जनता का पैसा बचाने के लिए और ऐसे लोगों को सबक सीखाने के लिए सीबीआई ने यह कार्रवाई की है.