ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में बुधवार को सामने आया एक मामला बच्चों की सुरक्षा पर बड़े सवाल खड़े करता है. शहर के एक निजी स्कूल में गणित की क्लास के दौरान चौथी कक्षा की छात्रा को उसकी टीचर ने बेरहमी से पीट दिया. आरोप है कि शिक्षिका ने अंगूठी पहने हाथ से बच्ची की आंख पर वार किया, जिससे उसकी आंख बुरी तरह घायल हो गई.
भुवनेश्वर शहर के खंडगिरी पुलिस स्टेशन में परिजनों की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया गया है. शिकायत में बताया गया कि बच्ची गणित की कक्षा में बैठी थी. उसी दौरान शिक्षिका ने उसे दो बार बुलाकर आंख पर जोरदार वार कर दिया. बच्ची ने बताया, "गणित की मैडम पढ़ा रही थीं. इस दौरान उन्होंने मुझसे दो बार सवाल पूछा और फिर मेरी आंख पर वार कर दिया."
उनका वार इतना तीव्र था कि बच्ची की बाईं आंख से खून बहने लगा. दर्द और सदमे में वह जोर-जोर से रोने और चिल्लाने लगी. इस घटना के बाद स्कूल प्रशासन ने बच्ची को तुरंत अस्पताल पहुंचाया. उसे एक नेत्र चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज जारी है. डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची की पलक, रेटिना और लेंस तीनों पर चोट पहुंची है.
डॉक्टरों के मुताबिक, बच्ची की पलक की गंभीर चोट का इलाज किया जा रहा है. पलक की स्थिति सुधरने के बाद ही यह तय होगा कि बच्ची की दृष्टि पूरी तरह वापस लौट पाएगी या नहीं. पीड़िता के पिता ने शिक्षिका पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा, "हमें यकीन है कि बेटी की आंख पर साधारण चोट नहीं है. शिक्षिका ने उसे अंगूठी से जोर से मारा है.''
पुलिस की कार्रवाई के बावजूद अब तक स्कूल प्रबंधन की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है. वहीं, बाल अधिकार और शिक्षा कानून साफ कहते हैं कि छात्रों पर किसी भी तरह का शारीरिक दंड और उत्पीड़न पूरी तरह प्रतिबंधित है. इस घटना ने न केवल बच्ची की आंख की रोशनी पर संकट खड़ा कर दिया है, बल्कि बच्चों की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल उठा दिए हैं.