ओडिशा पुलिस ने शनिवार को गंजम जिले में दो नाबालिग बहनों से बलात्कार के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस अधीक्षक (बरहामपुर) सरवण विवेक एम ने बताया कि चारों आरोपियों को राज्य से भागने की कोशिश करते समय पकड़ा गया. उन्होंने बताया कि उन पर भारतीय न्याय संहिता और पोक्सो अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है.
एसपी ने बताया कि आरोपी युवकों की उम्र 21-22 साल है, जबकि चचेरे भाई-बहनों की उम्र 13 और 14 साल है. यह घटना 3 जून को गोलंथरा थाना क्षेत्र के एक गांव में हुई, जब बहनें एक शादी समारोह में शामिल होने जा रही थीं. यह घटना 5 जून को तब प्रकाश में आई, जब एक पीड़िता की मां ने पुलिस को मामले की सूचना दी. इसके बाद पुलिस ने कई छापेमारी कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
उन्होंने बताया कि आरोपियों में से एक लड़की का परिचित है. वह दोनों लड़कियों को एक जगह ले गया, जहां चार युवकों ने उनके साथ सामूहिक बलात्कार किया. इसके बाद में उन्हें उनके गांव के पास छोड़ दिया. पुलिस ने कहा कि पीड़ितों के बयान दर्ज किए गए हैं. उनकी मेडिकल जांच की गई है. उन्होंने कहा कि दोनों लड़कियों को काउंसलिंग के लिए जिला बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष पेश किया गया.
इस बीच पूर्व मंत्री स्नेहांगिनी छुरिया के नेतृत्व में विपक्षी बीजद के एक प्रतिनिधिमंडल ने एसपी से मुलाकात की और उनसे आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया. विपक्षी नेताओं ने राज्य में, खासकर गंजम जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त की है. बरहामपुर की मेयर संघमित्रा दलेई, पूर्व सांसद राजश्री मलिक और चंद्रशेखर साहू और पूर्व विधायक रमेश चौधरी चौपटनायक, बिक्रम पांडा और कई अन्य प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे.
बताते चलें कि अप्रैल में ओडिशा के जाजपुर शहर में ऑफिस से घर लौट रही एक महिला को अगवा करके सामूहिक बलात्कार की घटना सामने आई थी. इस वारदात को एक ऑटो ड्राइवर ने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर अंजाम दिया था. इसके बाद उसने पीड़िता पर चाकू से जानलेवा हमला भी किया और घटनास्थल से भाग गए. पीड़िता की शिकायत के आधार आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था.
जानकारी के मुताबिक, यह घटना 22 अप्रैल की रात को ओडिशा के जाजपुर शहर में हुई, लेकिन बाद में इसका खुलासा हुआ. 20 साल की पीड़ित महिला ने अपनी हालत में सुधार होने के बाद थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. पुलिस ने बताया कि काम से लौटते समय उसने एक ऑटो-रिक्शा लिया, लेकिन उसे घर ले जाने के बजाय ड्राइवर उसे शहर के बाहरी इलाके में एक सुनसान जगह पर ले गया. उसके साथ दो दोस्त भी बैठे थे.
तीनों शराब के नशे में धुत थे. पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार, तीनों लोग महिला सवारी का इंतजार कर रहे थे. आरोपियों ने पीड़ित महिला के हाथ उसके दुपट्टे से बांध दिए. इसके बाद उसे अपनी हवस का शिकार बनाया. उन्होंने उस पर चाकू से वार किया और उसे वहीं मरने के लिए छोड़कर भाग गए. पीड़िता किसी तरह एक राहगीर की मदद लेने में कामयाब रही, जिसने उसके परिवार को सूचित किया.