दिल्ली से सटे गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक की राहुल विहार कॉलोनी में रविवार को लोगों को लालच देकर उनका धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में पुलिस ने एक पादरी और उसके अनुयायी को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि हर रविवार को एक निजी घर में गुपचुप तरीके से प्रार्थना सभाएं आयोजित की जा रही थीं. यहां लोगों को लालच देकर उनका धर्म बदला जा रहा था.
जानकारी के मुताबिक, मूल रूप से केरल निवासी पादरी विनोद साहिबाबाद में रह रहा था. वो हर हफ्ते प्रेम चंद जाटव के घर पर लोगों को बुलाकर ईसाई धर्म की सभाएं करता था. शिकायतकर्ता प्रबल गुप्ता की तहरीर के आधार पर कार्रवाई करते हुए स्थानीय पुलिस ने उस घर पर छापा मारा. वहां से पादरी विनोद और उसके सहयोगी प्रेम चंद जाटव को गिरफ्तार कर लिया गया.
एसीपी वेव सिटी प्रियाश्री पाल ने बताया कि पादरी विनोद आर्थिक रूप से कमजोर तबके, खासकर अनुसूचित जाति और जनजाति समुदाय के लोगों को आर्थिक मदद और सुविधाओं का लालच देकर धर्मांतरण के लिए प्रेरित कर रहा था. उन्होंने बताया कि प्रेम चंद जाटव कुछ साल पहले खुद बपतिस्मा ले चुका है. अब वह अपने घर में इन प्रार्थना सभाओं की व्यवस्था करता था.
पुलिस जांच में सामने आया कि प्रेम चंद जाटव ने भी अपना धर्म बदला था. वो इलाके के गरीब लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए कहता था. वो लोगों को समझाता था कि ईसाई धर्म अपनाने से उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है. हर रविवार को जब लोग उसकी कॉलोनी में एकत्र होते, तो पादरी विनोद बाइबल के हवाले से उन्हें भाषण देता और मानसिक रूप से तैयार करता था.
पुलिस का कहना है कि यह सब सहायता के बहाने किया जा रहा था, जबकि असल मंशा धर्म परिवर्तन की थी. आरोपी पादरी और उसके सहयोगी के खिलाफ उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. फिलहाल दोनों से पूछताछ जारी है और यह भी जांच की जा रही है कि इस कथित रैकेट में और कौन-कौन लोग शामिल हैं.