राजस्थान के भीलवाड़ा में एक मामूली विवाद ने शुक्रवार शाम हिंसा का रूप ले लिया. इसकी चपेट में आकर एक युवक की जान चली गई. जहाजपुर कस्बे के मुख्य बाजार में हुई इस घटना ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. दरअसल, टोंक जिले का रहने वाला सीताराम अपने तीन दोस्तों सिकंदर, दिलखुश और दीपक के साथ एक पारिवारिक समारोह में हिस्सा लेने के लिए जहाजपुर आया था.
शुक्रवार की शाम चारों दोस्त जब मुख्य बाजार से गुजर रहे थे, तभी उनकी कार गलती से एक ठेले से टकरा गई. ठेला शरीफ मोहम्मद का था. दोनों पक्षों में पहले तो कहासुनी हुई, फिर बहस बढ़ते-बढ़ते मारपीट में बदल गई. इस दौरान शरीफ मोहम्मद ने कुछ लोगों को मौके पर बुला लिया. देखते ही देखते 20 से ज्यादा लोग वहां जमा हो गए. गुस्साई भीड़ ने कार से सीताराम को खींचकर निकाला.
उसकी बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी. सीताराम हाथ जोड़कर माफी मांगता रहा और नुकसान की भरपाई करने की बात करता रहा, लेकिन उन्मादी भीड़ नहीं रुकी. उनकी कार को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. जब हालत बिगड़ती गई, तो दोस्त किसी तरह सीताराम को बाइक पर अस्पताल पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही वो दम तोड़ चुका था. डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
इस वारदात के बाद पूरे इलाके में तनाव देखने को मिला. मृतक सीताराम के परिजनों सहित बड़ी संख्या में लोग अस्पताल के बाहर धरने पर बैठे रहे. लोगों की मांग थी कि आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए. इसके साथ मृतक के परिवार को मुआवजा दिया जाए. इसके बाद स्थानीय विधायक गोपीचंद मीणा मौके पर पहुंचे. उन्होंने प्रदर्शन कर रहे लोगों से बातचीत करके समझाने की, तब लोग माने.
भीलवाड़ा एसपी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि इस मामले में जहाजपुर थाने में हत्या का केस दर्ज किया गया है. मुख्य आरोपी शरीफ पुत्र चांद मोहम्मद को शुक्रवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक अन्य संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है. पुलिस ने 16 नामजद और 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. शांति बनाए रखने के लिए 10 थानों की फोर्स तैनात की गई है.