गाज के खान यूनिस स्थित नासेर अस्पताल में सैन्य ऑपरेशन के दौरान इजरायल ने सैकड़ों आतंकवादियों को पकड़ने का दावा किया है. आईडीएफ का कहना है कि पकड़े गए आतंकी मेडिकल स्टाफ के वेश में अस्पताल में छुपे हुए थे. उन्होंने वहां के मेडिकल रिसोर्सेस पर कब्जा कर रखा था. इजरायली सेना को हमासा द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को दिए जानी वाली खास दवाएं भी मिली है. इसके साथ ही अस्पताल से बड़ी संख्या में हथियार और गोला बारूद भी मिले हैं.
इसके साथ ही इजरायली सेना ने नासेर अस्पताल में इलाज बंद करा दिया है. डॉक्टरों को अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है. डब्ल्यूएचओ ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि पिछले हफ्ते इजरायली सेना ने अस्पताल पर रेड डालकर कामकाज ठप कर दिया था. शुक्रवार और शनिवार को अस्पताल में डॉक्टरों को अंदर जाने से मना कर दिया गया. इस अस्पताल में करीब 200 मरीज भर्ती हैं. इसमें 20 से ज्यादा लोगों की हालत बहुत गंभीर है. उनके इलाज का संकट है.
गाजा के लोगों का आरोप है कि इजरायली सेना अब रफा में शरणार्थियों को लगातार निशाना बना रही है. रफा में अब कोई भी सुरक्षित नहीं हैं. एक स्थानीय अहमद अबू रेजेक ने बताया, ''गाजा में कोई जगह सुरक्षित नहीं है. हमने उसी इलाके में शरण ली थी, जहां इजरायल ने जाने के लिए कहा था. लेकिन यहां पर हमला करके हमारे लोगों को मार दिया गया. मेरा चचेरा भाई इजरायली हमले में मारा गया है. मानवता के लिए इस जंग को तुरंत रोक देना चाहिए.''
इजरायली सेना ने एक वीडियो जारी कर दावा किया है कि नासेर अस्पताल में एक कार पाई गई है, जो 7 अक्टूबर को हमास के हमले में इस्तेमाल हुई थी. इस गाड़ी में अभी कई ऐसे सामान मौजूद हैं, जो कि उस हमले से जुड़े हुए हैं. गाजा में इजरायली सेना का हमला लगातार जारी है. रफा में हुई हवाई हमले में कई लोगों की जान चली गई है. रविवार को हुए हमले में 6 लोगों की मौत हो गई. इसमें तीन बच्चे और एक महिला शामिल हैं.
यह भी पढ़ें: गाजा के अल नासेर अस्पताल में इजरायल की सैन्य कार्रवाई, IDF ने हमास के 35 लड़ाके मार गिराए

पिछले पांच महीने से गाजा में सैन्य अभियान चला रहे इजरायल पर संघर्ष विराम के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव बढता ही जा रहा है. अरब और अफ्रीका के ज्यादातर देशों के बाद अब लैटिन अमेरिका के सबसे बड़े देश ब्राजील ने भी इजरायल से तुरंत गाजा में युद्ध रोकने की अपील की है. इसके साथ ही ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा ने गाजा में जारी इजरायली ऑपरेशन की तुलना होलोकॉस्ट से की है. होलोकॉस्ट, यहूदियों के नरसंहार को कहा जाता है.
इथियोपिया की राजधानी अदीस अबाबा में चल रहे अफ्रीकी संघ के शिखर सम्मेलन में ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डि सिल्वा ने कहा कि इजरायल गाजा पट्टी में युद्ध नहीं कर रहा बल्कि फिलिस्तीनी नागरिकों का नरसंहार कर रहा है. सिल्वा ने कहा, ''गाजा में जो कुछ हो रहा है वो युद्ध नहीं है. वो सिर्फ नरसंहार है. ये दो सेनाओं के बीच युद्ध नहीं है. ये अत्याधुनिक सेना और महिलाओं और बच्चों के बीच जारी युद्ध है. ऐसा इतिहास में सिर्फ एक बार हुआ है.''
इजरायल ने ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डि सिल्वा के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने लूला के बयान को शर्मनाक और चिंताजनक बताया है. इसके साथ ही कहा कि ब्राजील के राष्ट्रपति ने सारी हदें पार कर ली है. लूला के शब्द यहूदी लोगों और इजरायल के रक्षा के अधिकारों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास हैं. इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने इजरायल पर फिलिस्तीनियों के नरसंहार के आरोप लगाए थे. दक्षिण अफ्रीका ने इजरायल को अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में घसीटा था.