Indore Poaching Case: मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में वन विभाग की टीम ने शिकार की साजिश रच रहे चार लोगों को गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई सोमवार देर रात माऊ रेंज के मालेंदी जंगल में की गई. अधिकारियों को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ लोग हथियारों के साथ जंगल में घूम रहे हैं. जानकारी मिलते ही टीम ने तुरंत इलाके को घेर लिया. कई घंटों की तलाशी के बाद चार संदिग्ध पकड़े गए. यह गिरफ्तारी हाल के दिनों में बढ़ रही वाइल्डलाइफ क्राइम की घटनाओं के बीच हुई है.
तलवार, देसी पिस्टल और कारतूस बरामद
वन विभाग की टीम को इन चारों संदिग्धों के पास से कई हथियार मिले हैं. डीएफओ प्रदीप मिश्रा ने पीटीआई को बताया कि तलाशी के दौरान एक तलवार, एक देसी पिस्टल और पांच जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं. हथियारों की हालत देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि इन्हें हाल ही में शिकार के लिए तैयार किया गया था. टीम ने मौके से सभी हथियार जब्त कर लिए हैं. यह बरामदगी मामले को गंभीर बना रही है और आरोपी संगठित तरीके से शिकार की फिराक में थे, इस बात का इशारा देती है.
शिकार की मंशा पर शक
डीएफओ प्रदीप मिश्रा ने बताया कि शुरुआती जांच में यह साफ है कि आरोपी जंगल में किसी जंगली जानवर का शिकार करने की योजना बनाकर आए थे. चारों संदिग्ध देर रात हथियारों के साथ जंगल में घूम रहे थे, जो वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत गंभीर अपराध है. उनके खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है. फिलहाल आरोपियों से पूछताछ चल रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वे किसी बड़े गिरोह से जुड़े हैं या नहीं.
तेंदुए के शिकार के बाद बढ़ाई गई निगरानी
जिले में 29 नवंबर को हुए तेंदुए के शिकार के बाद वन विभाग की सतर्कता पहले से ज्यादा बढ़ गई है. इसी घटना के बाद से रात में गश्त को दोगुना कर दिया गया है. कई खास इलाकों में सुरक्षा चेकपॉइंट्स भी बढ़ाए गए हैं. अधिकारियों का कहना है कि हाल के महीनों में वाइल्डलाइफ से जुड़े अपराध बढ़े हैं, इसलिए निगरानी में कोई ढील नहीं बरती जा रही. यही सतर्कता सोमवार की रात भी दिखाई दी, जिसमें यह कार्रवाई सफल रही.
शिकार मामले में एक और गिरफ्तारी
डीएफओ मिश्रा ने बताया कि हाल ही में तेंदुए के शिकार में शामिल एक ग्रामीण को भी गिरफ्तार किया गया था. आरोपी के पास से दो तेंदुए के नाखून, एक एयरगन और एक धारदार हथियार बरामद किया गया. इस जब्ती के बाद वन विभाग मामले की कड़ियों को जोड़कर आगे की कार्रवाई कर रहा है. जांच टीम यह पता लगा रही है कि क्या यह नेटवर्क जिले के दूसरे इलाकों में भी सक्रिय है.
विस्तृत जांच जारी
वन विभाग ने कहा है कि चारों संदिग्धों से पूछताछ के बाद कई और महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आ सकती हैं. अधिकारी यह जांच कर रहे हैं कि क्या यह गिरोह हाल की तेंदुआ शिकार घटना से जुड़ा था. हथियारों और बरामद सामग्री को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है. विभाग मान रहा है कि आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं. फिलहाल सभी आरोपी हिरासत में हैं और पूछताछ तेज कर दी गई है.