हरियाणा के पलवल में महंत की हत्या का मामला पुलिस ने महज 24 घंटे में सुलझा लिया है. पुलिस के मुताबिक केवल 5 हज़ार रुपये के लेनदेन को लेकर महंत की हत्या की गई थी. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही पुलिस ने कत्ल के लिए इस्तेमाल किया गया त्रिशूल भी बरामद कर लिया है. अब पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया है. ताकि उससे आगे की पूछताछ की जा सके.
पलवल पुलिस ने जिस हत्या के आरोप में जिस शख्स को गिरफ्तार किया है, उसकी पहचान शत्रुध्यास के रूप में हुई है. उसी पर मंदिर के महंत की हत्या का आरोप है. पलवल के पुलिस अधीक्षक दीपक गहलावत ने जानकारी देते हुए बताया कि बंचारी गांव में महंत चरणगिरी की 18 अगस्त की रात को हत्या कर दी गई थी. उसकी लाश को खुर्द-बुर्द करने की नीयत से थिनर डालकर जला दिया गया था. कातिल सबूत मिटा देना चाहता था.
तभी से पुलिस इस हत्याकांड की तफ्तीश में जुट गई थी. पुलिस कप्तान दीपक गहलावत के मुताबिक पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि महंत की हत्या करने वाला आरोपी वृंदावन, मथुरा में मौजूद है. सूचना मिलते ही पुलिस की एक टीम गठित कर उसे वृन्दावन भेजा गया. जहां पुलिस टीम ने मौके पर जाकर दबिश दी और आरोपी शत्रुध्यास को काबू कर लिया.
इसे भी पढ़ें-- अफगानिस्तानः पांच शेरों की इस घाटी से क्यों दूरी बनाकर रखता है तालिबान? पढ़ें इनसाइड स्टोरी
पूछताछ में आरोपी शत्रुध्यास ने बताया कि मंदिर में उसका आना-जाना था. मृतक महंत चरणगिरी के पास आरोपी के पांच हजार रुपये उधार थे. आरोपी काफी काफी दिनों से अपने पैसे महंत से मांग रहा था. बीती 18 अगस्त को इसी बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हो गया और आरोपी ने त्रिशूल से महंत चरणगिरी पर हमला कर उसकी हत्या कर दी.
मंहत की हत्या करने के बाद आरोपी ने खून से सना त्रिशूल मंदिर के पास ही फेंक दिया और वहां से फरार हो गया. पुलिस ने आरोपी शत्रुध्यास की निशानदेही पर त्रिशूल को मंदिर के पास ही बरामद कर लिया है. फिलहाल आरोपी को अदालत में पेश कर तीन दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है.