छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में बुधवार तड़के नक्सल प्रभावित गंगालूर इलाके के जंगल में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच जोरदार मुठभेड़ हुई. यह इलाका दंतेवाड़ा जिले की सीमा से सटा है, जहां पिछले कई महीनों से लगातार एंटी-नक्सल ऑपरेशन चल रहे हैं. इस मुठभेड़ में पांच नक्सली ढेर हो गए, जबकि कार्रवाई में DRG का एक जवान शहीद हो गया.
सूत्रों के अनुसार, राज्य पुलिस की DRG, STF और CRPF की CoBRA टीम द्वारा एक संयुक्त अभियान चलाया गया था. सुरक्षा बलों की टीम जैसे ही जंगल के भीतर बढ़ी, नक्सलियों ने घात लगाकर फायरिंग शुरू कर दी. शुरुआती झड़प कुछ ही मिनटों में बड़े मुठभेड़ में बदल गई और दोनों ओर से लगातार गोलियां चलती रहीं. सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी.
इस ऑपरेशन के दौरान DRG के एक जवान ने बहादुरी दिखाते हुए गंभीर रूप से घायल अवस्था में भी अपनी पोजिशन संभाली, लेकिन बाद में दम तोड़ दिया. एक अन्य जवान भी घायल हुआ है, जिसे तत्काल उपचार के लिए हेल्थ यूनिट में शिफ्ट कर दिया गया. इलाके में तलाशी अभियान अभी भी जारी है. आसपास के जंगलों की सर्चिंग ऑपरेशन की जा रही है.
इस कार्रवाई ने राज्य में नक्सल विरोधी मोर्चे को एक बार फिर मज़बूत बढ़त दिलाई है. इस साल छत्तीसगढ़ में अब तक 268 नक्सली एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं. इनमें से 239 नक्सली सिर्फ बस्तर डिवीजन में ढेर किए गए हैं. इसमें बीजापुर, दंतेवाड़ा समेत सात जिले आते हैं. वहीं 27 नक्सली गरियाबंद जिले में मारे गए. दुर्ग संभाग में दो नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने ढेर किया है.
बीजापुर की इस कार्रवाई ने फिर साबित कर दिया कि सुरक्षा एजेंसियां लाल आतंक की जड़ें उखाड़ने के लिए लगातार कदम उठा रही हैं. गंगालूर के जंगलों में जारी सर्च ऑपरेशन से और भी अहम बरामदगी की संभावना जताई जा रही है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सुरक्षा बलों को नक्सल आतंक को जड़ से उखाड़ने का निर्देश दिया है. अगले साल मार्च की डेडलाइन दी है.