मध्य प्रदेश के इंदौर में अमेजन प्राइम वीडियो की मशहूर वेब सीरीज 'फर्जी' से प्रेरित नकली नोट बनाने वाले एक रैकेट का पर्दाफाश किया है. इस मामले में कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच ने फरार चल रहे मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. इस गिरफ्तारी के साथ ही नकली नोट छापने के पूरे खेल की पोल खुल गई है. पुलिस ने आरोपी के पास से 500-500 रुपए के 45 नकली नोट और प्रिंटर जब्त किया है.
डीसीपी राजेश कुमार त्रिपाठी के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी की पहचान अंकित बौरासी के रूप में हुई है, जो बाणगंगा इलाके का रहने वाला है. पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी पहले भी एक आपराधिक मामले में शामिल रह चुका है. आरोपी और उसके साथी सोशल मीडिया पर वायरल रील देखकर जल्दी अमीर बनने के लालच में नकली नोट छापने के इस अपराध में उतर गए थे.
इससे पहले इसी मामले में क्राइम ब्रांच ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिनके पास से 500 रुपए के करीब 2 लाख रुपए मूल्य के नकली नोट बरामद किए गए थे. पूछताछ के दौरान इन आरोपियों ने नकली नोट अंकित बौरासी से लाने की बात कबूल की थी. इसी इनपुट के आधार पर पुलिस मुख्य आरोपी तक पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने प्रिंटर और केमिकल भी जब्त किए हैं.
डीसीपी ने बताया कि पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि पकड़े गए आरोपी आधे दाम में नकली नोट खरीदते थे. इसके बाद बाजार में खपाने की फिराक में थे. पकड़े जाने से बचने के लिए गिरोह ने एक ही सीरिज के नोट नहीं छापे, बल्कि चार अलग-अलग सीरिज के 500 रुपए के नकली नोट तैयार किए थे. सभी आरोपी प्राइवेट जॉब करते हैं. शॉर्टकट में पैसा कमाने के चक्कर में इस अपराध का हिस्सा बने.
पुलिस अब आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है, ताकि इस नकली नोटों के रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की पहचान कर पूरे नेटवर्क को जड़ से खत्म किया जा सके. गौरतलब है कि वेब सीरीज 'फर्जी' में नकली नोट छापने और उसे बाजार में ठिकाने लगाने की कहानी दिखाई गई है. इसमें बॉलीवुड अभिनेता शाहिद कपूर और साउथ सिनेमा के एक्टर विजय सेतुपति मुख्य भूमिका में हैं.