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दिल्लीः सुकेश चंद्रशेखर की बैरक में सीसीटीवी कैमरों पर पड़ा था पर्दा, तस्वीरों से खुलासा

आजतक/इंडिया टुडे के पास जो तस्वीरें मौजूद हैं, उनमें देश के सबसे बड़े जालसाज सुकेश चंद्रशेखर को साफ देखा जा सकता है. आजतक के पास उन सभी 18 आरोपियों की तस्वीरें हैं, जिन्हें तिहाड़ जेल के अंदर से 200 करोड़ की वसूली के मामले में गिरफ्तार किया गया है.

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महाठग सुकेश की बैरक में कैमरों पर पर्दे डाल दिेए जाते थे
महाठग सुकेश की बैरक में कैमरों पर पर्दे डाल दिेए जाते थे
स्टोरी हाइलाइट्स
  • आजतक के हाथ लगी एक्सक्लूसिव तस्वीरें
  • 40 कैदियों की क्षमता वाली बैरक में अकेला रहता था सुकेश
  • बैरक में लगे सीसीटीवी कैमरों पर डाला जाता था पर्दा

Sukesh Chandrasekhar Extortion Case: दिल्ली की तिहाड़ जेल में बैठकर 200 करोड़ रुपये की उगाही करने वाले शातिर ठग सुकेश चंद्रशेखर को लेकर नया खुलासा हुआ है. दरअसल, आजतक/इंडिया टुडे के हाथ लगी कुछ तस्वीरों से पता चला है कि जिस जेल में सुकेश चंद्रशेखर बंद है, वहां बैरक में लगे सीसीटीवी कैमरों पर पर्दा डालकर रखा गया है.  

आजतक/इंडिया टुडे के हाथ सीसीटीवी फुटेज की वो तस्वीरें लगी हैं, जिनमे सुकेश चंदशेखर की बैरक में सीसीटीवी कैमरों पर पर्दा डला हुआ है. ये पर्दे करीब 40 कैदियों की क्षमता वाले उस बैरक में इसलिए लगाए गए थे, क्योंकि वहां पर सुकेश अकेला रहता था. पर्दे लगाने के पीछे तिहाड़ प्रशासन का मकसद यह था कि वसूली के फोन कॉल्स करते वक्त उसे कैमरों की नजर और तिहाड़ जेल प्रशासन की नजरों से बचाया जा सके.

आजतक/इंडिया टुडे के पास जो तस्वीरें मौजूद हैं, उनमें देश के सबसे बड़े जालसाज सुकेश चंद्रशेखर को साफ देखा जा सकता है. आजतक के पास उन सभी 18 आरोपियों की तस्वीरें हैं, जिन्हें तिहाड़ जेल के अंदर से 200 करोड़ की वसूली के मामले में गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार किए गए इन आरोपियों की तस्वीरों में 7 जेल अधिकारियों की तस्वीरें भी शामिल हैं, जो इस मामले में पकड़े गए हैं.

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सुकेश के मददगार

ये है 200 करोड़ की ठगी का मामला

दरअसल, कुछ समय पहले पुलिस को शिकायत मिली थी कि सुकेश चंद्रशेखर ने जेल के भीतर से एक करोबारी परिवार को सरकारी कार्रवाई का डर दिखाकर 50 करोड़ रुपये मांगे थे. उसने डर के मारे रकम दे दी. जब उसे अहसास हुआ कि उसके साथ धोखा हुआ है, तो जुलाई 2021 के आखिरी हफ्ते में उसने शिकायत दर्ज कराई थी. मामला आर्थिक अपराध शाखा (EOW) के पास गया तो केस बड़ा होता चला गया. अब प्रवर्तन निदेशालय ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है. जेल के भीतर से इतनी बड़ी फिरौती आज तक नहीं वसूली गई थी. यहां तक कि दिल्‍ली में किसी भी अपराधी के फिरौती मांगने का यह एक रिकॉर्ड है.

 

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