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दिल्ली: स्पेशल 26 की तर्ज पर करते थे ठगी, पुलिस ने ऐसे किया ईरानी गैंग का भंडाफोड़

दिल्ली पुलिस ने कई महीनों से एक्टिव ईरानी गैंग का भंडाफोड़ कर गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के पास से फर्जी सीबीआई आईडी कार्ड भी बरामद हुआ है. पुलिस को लंबे अरसे से इस गैंग के सदस्यों की तलाश थी.

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पुलिस की गिरफ्त में ईरानी गैंग के सदस्य.
पुलिस की गिरफ्त में ईरानी गैंग के सदस्य.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • स्पेशल 26 की तर्ज पर करते थे ठगी
  • 25 से ज्यादा वारदातों में शामिल है गैंग
  • खुद को बताते थे CBI-पुलिस अफसर

दिल्ली पुलिस ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) के फर्जी अधिकारी बनकर लोगों को लूट रहे ईरानी गैंग पर नकेल कसी है. पुलिस ने ईरानी गैंग के 5 सदस्यों को गिरफ्तार लिया है . गिरफ्तार आरोपियों के पास से सीबीआई के फर्जी पहचान पत्र समेत लूट का माल भी बरामद किया है. गिरफ्तार आरोपी खुद को सीबीआई अधिकारी बताते, फिर लोगों को धमकाकर पैसे वसूलते थे.

करोल बाग थाना पुलिस के मुताबिक साल जून 2021 में बैंक स्ट्रीट, करोल बाग में सीबीआई अधिकारी बनकर कुछ लोगों द्वारा 300 ग्राम सोने के गहने छीनने की  पीसीआर कॉल मिली थी. जांच में पुलिस को पता चला कि 4-5 लोग एक जूलरी शॉप पर पहुंचे और खुद को सीबीआई अधिकारी बताया. अक्षय कुमार की मशहूर फिल्म स्पेशल 26 की तर्ज पर तलाशी शुरू की और 300 ग्राम सोने की चेन लेकर चले गए.

पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर करोलबाग में आसपास के 1 किलोमीटर इलाके के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जिसमें 5 संदिग्ध दिखाई दिए. आरोपियों की मजबूत कद-काठी को देखते ही पुलिस को शक हुआ कि सीसीटीवी में दिख रहे लोग ईरानी गैंग से जुड़े हो सकते हैं. पुलिस ने क्राइम डोजियर चेक किया तो  पता चला कि पांचों आरोपी भोपाल से सिर्फ वारदात को अंजाम देने के लिए दिल्ली आए थे.

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प्रयागराज में भी लूट की थी साजिश!

पुलिस को मुखबिरों के जरिये जानकारी मिली कि 1 अगस्त को पांचों आरोपी ट्रेन से लूट की वारदात को अंजाम देने प्रयागराज जा रहे हैं. दिल्ली पुलिस ने सभी 5 आरोपियों को झांसी से गिरफ्तार कर लिया, वहीं छठा आरोपी मजलूम अली चोरी और धोखाधड़ी की संपत्ति का रिसीवर है जो अभी तक फरार है. 

ईरानी मूल के हैं सभी आरोपी

गिरफ्तार आरोपी ईरानी मूल के हैं. कई दशक पहले उनके पूर्वज भारत आए थे. आरोपी ईरानी मोहल्लों और रेलवे स्टेशन के पास रहते हैं. शुरुआत में ये लोग छोटी-मोटी वारदातों को अंजाम देते थे लेकिन बाद में इन्होंने ईरानी गैंग बना लिया. गैंग बाने के बाद आरोपियों ने फिल्मी तरीके से लूट की वारदात को अंजाम देने की नीति तैयार की.

ऐसे वारदात को देते थे अंजाम

ईरानी गैंग के सदस्य किसी भी राज्य में चर्चित ज्वेलरी बाजार की पहले पहचान करते हैं फिर ज्वैलर्स के स्टाफ और सोना सप्लाई करने वाले के बारे में जानकारी जुटाते हैं. आरोपी सीबीआई या पुलिस अधिकारी बनकर अवैध विदेशी करेंसी, हथियार,  नशीले पदार्थ रखने के नाम पर पीड़ित से उनकी तलाशी के लिए कहते हैं.

लंबी कद-काठी के बदमाशों की होती थी भर्ती

गैंग में पुलिसकर्मियों की तरह दिखने के वाले लंबे और मजबूत कद काठी के लोगों को शामिल करते थे, जिसके लिए सभी आरोपी जिम जाते थे और अच्छी प्रोटीन डाइट भी लेते थे. आरोपी अलग-अलग राज्यों का दौरा कर अपना टार्गेट फिक्स करते थे. 

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25 से ज्यादा वारदातों में सामने आया है नाम

ये लोग अब तक 25 से ज्यादा वारदात को अंजाम दे चुके हैं. 10 मामलों में कोर्ट इन्हें भगोड़ा घोषित कर चुका है. पुलिस के मुताबिक आरोपियों में मोहम्मद साबिर हुसैन, इमरान हुसैन, इमरान अली, शौकत अली जाफरी, मुख्तियार हुसैन शामिल हैं. सभी आरोपी फिलहाल भोपाल में रह रहे थे. करोलबाग में इन लोगों ने 4 वारदातों को अंजाम दिया है.

 

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