बिहार के मुंगेर में 5 मार्च 2021 को जमीनी विवाद में आर्मी जवान के पिता और भाई समेत कुल तीन लोगों की हत्या हो गई थी. घटना का वीडियो वायरल होने के बाद डीआईजी ने कारवाई की है. डीआईजी शफीउल हक ने वायरल वीडियो फुटेज के आधार पर दो पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है.
डीआईजी ने कहा कि अगर पुलिस को एक पीड़ित की जान बचाने के लिए दस हमलावर पर गोली चलानी थी तो चलानी चहिए थी. उन्होंने कहा कि ऐसी घटना पुलिस के सामने हुई थी इसके लिए जो भी पुलिस अधिकारी घटना के वक्त मौजूद थे उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
इस घटना में आर्मी जवान पर भी दूसरे पक्ष के एक युवक की हत्या का आरोप लगा था. इस वक्त आर्मी जवान चन्दन कुमार भी जेल में बंद है. बता दें, मुंगेर में कासिम बाजार थाना क्षेत्र के कर्बला में 5 मार्च 2021 की रात ट्रिपल मर्डर मामले में सोशल मीडिया पर एक वीडियो अब वायरल हुआ है. जिसमें पुलिस के सामने भीड़ घर में घुसकर जयजयराम साह को खदेड़ती है और उसके बेटे कुंदन की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई जबकि पुलिस मुकदर्शक बनी हुई खड़ी रही.
डीआईजी ने वीडिया फुटेज की जांच करवाकर दोनों पुलिस पदाधिकारी को चिह्नित कर निलंबित कर दिया है. जबकि 15 दिनों के अंदर विभागीय कार्रवाई शुरू करने के लिए स्पष्टीकरण मांगा गया है. इतना ही नहीं दस अन्य लोगों की भी शिनाख्त की गई है जो कुंदन को पीट-पीट कर हत्या कर रहे हैं. इसको लेकर पुलिस पदाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं.
डीआइजी ने कहा कि अन्य पुलिसकर्मियों की पहचान की जा रही है. इस तरह कर्तव्य के प्रति लापरवाह पुलिसकर्मियों की पहचान कर उन्हें भी निलंबित किया जायेगा. वीडियो में जिस तरह से भीड़ पुलिस के सामने घर में घुसकर जयजयराम साह और उसके बेटे को घर से निकाल कर पीट-पीट कर हत्या कर रही है. वह भीड़ के विभत्स चेहरे को तो उजागर कर ही रहा है लेकिन पुलिसकर्मियों की कार्यशैली को भी कठघरे में खड़ा कर रहा है जिसकी इजाजत कानून नहीं देता है. इसके कारण इस कर्तव्य के प्रति लापरवाह पुलिस पदाधिकारियों पर कार्रवाई शुरू की गई है.
डीआइजी ने कहा कि वायरल वीडियो फुटेज की जांच के दौरान हिंसक भीड़ में शामिल तीन लोगों की भी पहचान की गई है जो कुंदन पर हमला कर रहे हैं. उसमें वीरेंद्र महतो, सुलो महतो और क्षत्री महतो शामिल हैं. पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि इन लोगों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए.
उन्होंने बताया कि जयजयराम और कुंदन हत्याकांड में दर्ज एफआईआर में 17 लोगों को नामजद किया गया था. जिसमें अबतक 6 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. जबकि दूसरे पक्ष से सागर हत्याकांड में 7 लोगों को नामजद किया गया था जिसमें दो की हत्या घटना वाले दिन ही की गई थी. जबकि मृतक जयजयराम का बेटा आर्मी जवान चंदन कुमार को गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेज चुकी है. अन्य फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.
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