राजस्थान के पाली जिले में बेहद ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां जमीन को लेकर चल रहे विवाद में दलित परिवार की गर्भवती महिला और उसकी मां के साथ लाठी डंडों से मारपीट की गई. इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई. पुलिस ने चार आरोपियों को हिरासत में लिया है, अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.
पाली के सिराणा गांव में दो पक्षों में एक जमीन को लेकर विवाद चल रहा है. इसी विवाद को लेकर दलित पक्ष मांगीलाल मेघवाल के घर दूसरे पक्ष के लोगों ने हमला किया. उस समय मांगीलाल की गर्भवती बहन ललिता और मां दयाली देवी के अलावा बच्चे मौजूद थे. आरोपियों ने मारपीट करने के बाद जमीन खाली करने की धमकी दी. पीड़ित पक्ष का आरोप है कि दूसरा पक्ष गांव के प्रभावशाली लोग हैं, जिसके चलते उनके खिलाफ कोई गवाही देने को तैयार नहीं है. ऐसे में मारपीट का वीडियो छिपकर बनाया, ताकि हकीकत सामने आ सके.
वायरल वीडियो में दायली देवी हाथ जोड़कर सरकार से मदद की गुहार लगा रही है. इसमें अशोक मेघवाल ने पुलिस पर भी आरोप लगाए हैं, कि पुलिस में रिपोर्ट दे चुके थे, लेकिन उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. 15 मार्च को दर्ज कराई गई रिपोर्ट में बताया गया था कि सिराणा निवासी यशपाल सिंह पुत्र रूघनाथ सिंह, हुकम सिंह, आईदान पुत्र हुकुम, शैतान सिंह, नरपत सिंह पुत्र पहाड़ सिंह, विक्रम सिंह पुत्र नरपत सिंह ने मिलकर अनाधिकृत प्रवेश किया तथा हौद को तोड़ कर नुकसान पहुंचाया. पुलिस ने एससी एसटी एक्ट में मामला दर्ज किया था.
वहीं इस मामले में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद दूसरा पक्ष फिर से हावी हो गया. बताया गया है कि पुलिस में शिकायत से नाराज दूसरे पक्ष के 8 से 10 लाेगाें ने मिलकर गर्भवती दलित महिला और उसकी मां काे घर के बाहर लाकर लाठियाें से बेरहमी से पीटा. इस हमले में महिला के सिर में गंभीर चाेटें आईं और बेटी के पैराें पर मारपीट से खून जम गया. आराेपियाें के खाैफ के कारण सरेआम हुई वारदात काे देखने के बाद भी इनकाे बचाने कोई नहीं आया. घटना के बाद दाेनाें काे बांगड़ असपताल में भर्ती कराया गया है. इस मामले में अब तक दाे वीडियाे वायरल हुए. जिसमें पीड़ित परिवार जान बचाने के लिए गुहार लगा रहा है. वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अलर्ट हो गई.
ग्रामीण डीएसपी श्रवणदास तथा राेहट थाना प्रभारी जसवंत सिंह राज पुराेहित ने मौके पर पहुंच कर निरीक्षण किया और घायल महिलाओं के बयान लिए. पुलिस ने बताया कि महिलाओं का आरोप है कि हुकम सिंह, शैतान सिंह, चंद्रभान सिंह, विक्रम सिंह, श्रवणराम जाट तथा चंदन सिंह समेत 10 लाेगाें ने कब्जा करने का प्रयास करते हुए हमला किया, जिसमें घायल वृद्धा और बेटी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पाली एसपी कालू राम रावत ने कहा ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, अन्य की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.
वहीं इस मामले में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने ट्वीट किया कि 'राजस्थान, पाली में पीड़ित परिवार के लोग महीने भर से मुख्यमंत्री एवं जिला पुलिस प्रशासन को उन पर जानलेवा हमले की आशंका को लेकर सचेत करते रहे हैं पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. आज कुछ कायर लोगों ने मां और गर्भवती बेटी पर जानलेवा हमला किया. क्या ऐसे ही दलितों का भला करेगी कांग्रेस?'