उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के रामघाट थाना क्षेत्र के गांव में बीती रात एक घर में 14 माह के बच्चे शव मिला. बच्चे के शव को देखकर ऐसा लग रहा था कि किसी धारदार हथियार से उसका गला रेता गया था. मौके पर पहुंचकर पुलिस को पता चला कि बच्चे की मां ने भी आत्महत्या करने की कोशिश की. जो मानसिक रूप में बीमार थी. घायल अवस्था में पुलिस ने महिला को बंद कमरे से निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया. लेकिन कुछ देर बाद उसकी भी मौत हो गई. पुलिस इस मामले की जांच हत्या और आत्महत्या के एंगल से जांच कर रही है.
(फोटो- मुकुल शर्मा)
यह मामला बुलंदशहर जनपद के रामघाट थाना क्षेत्र का विजय नगलिया गांव का है. मृतक महिला के परिजनों का कहना है कि महिला ने पहले 14 माह के बेटे का गला काटा. फिर बाद में अपने आप पर धारदार हथियार से वार कर छत से कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया. फिर जिंदा बचने के बाद उसने अपने आप को एक कमरे में बंद कर लिया. घटना के बारे में जैसे ही परिजनों को मालूम हुआ उन्होंने शोर मचाया और गांव के लोगों ने मौके पर पहुंचकर इस घटना की सूचना पुलिस को दी.
घटना स्थल पर पहुंचकर पुलिस ने देखा कि बच्चे की गर्दन और उसके शरीर पर कई गहरे जख्म मिले. पुलिस की मौजूदगी में गांव वालों ने महिला विजेंद्र देवी को बंद कमरे का दरवाजा तोड़कर बाहर निकाला. महिला बोल पाने की स्थिति में नहीं थी पर जिंदा थी. तुरंत ही पुलिस ने महिला को पास के ही एक अस्पताल में भर्ती कराया. लेकिन डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे बुलंदशहर जिला अस्पताल में रेफर किया. लेकिन अस्पताल ले जाते समय रास्ते में महिला की भी मौत हो गई.
(प्रतीकात्मक फोटो)
इस मामले में एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि महिला मानसिक रूप से बीमार थी. इलाज पर काफी पैसा खर्च भी हुआ पर वो पिछले कई दिनों से ज्यादा बीमार चल रही थी. उसकी मानसिक हालत सही नहीं थी. दोनों शवों का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और अग्रिम विवेचना जांच की जा रही है.
इसके अलावा पुलिस का कहना है कि घटना की सूचना मिलते ही थाना पुलिस मौके पर रवाना हुई. बच्चे का शव छत पर पड़ा हुआ था. पास में ही कीटनाशक पदार्थ का पाउच व दूध की बोतल भी पड़ी थी और दरांती काटने का हथियार भी पड़ा था. फिर पता चला कि मृतका विजेंद्री ही कमरे में बंद है, तो कमरे का दरवाजा तोड़कर उसको निकाला गया वो घायल थी लेकिन बोल नहीं पा रही थी. उसके शरीर पर भी तेज धारदार हथियार के निशान थे. परिजनों का कहना है कि वह पिछले कई दिनों से ज्यादा बीमार चल रही थी. मानसिक हालत सही नहीं थी.