गैंगरेप की शिकार बनी छात्रा के समर्थन में हजारों लोग दिल्ली की सड़कों पर उतर आए हैं. सरकार पर दबाव है और इसी दबाव और जल्दबाजी में फैसले लिए जा रहे हैं. अब सवाल यह उठता है कि क्या जनता का यह आक्रोश किसी बड़े नतीजे में बदल सकेगा?