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स्नाइपर, जिसके नाम से खौफ खाते हैं बड़े बड़े आतंकी

स्नाइपर यानि देश की फौज का वो जांबाज जिसका काम देश के दुश्मनों का सफाया करना होता है. अपने इस काम के लिए उसके साथ हमेशा उसका वो भरोसेमंद दोस्त यानि वो हाईटेक राइफल होती है जिसकी नाल से निकली हर गोली उसके दुश्मन के सीने में ही पैवस्त होती है. रात का अंधेरा हो या फिर दिन का उजाला वो अपने दुश्मनों को चुन-चुन कर मौत के घाट उतरता है. वो कब-कहां और कैसे अपने दुश्मनों को मौत के घाट उतरता ये कोई भी नहीं जानता.

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स्नाइपर यानि देश की फौज का वो जांबाज जिसका काम देश के दुश्मनों का सफाया करना होता है. अपने इस काम के लिए उसके साथ हमेशा उसका वो भरोसेमंद दोस्त यानि वो हाइटेक राइफल होती है जिसकी नाल से निकली हर गोली उसके दुश्मन के सीने में ही पैवस्त होती है. रात का अंधेरा हो या फिर दिन का उजाला वो अपने दुश्मनों को चुन-चुन कर मौत के घाट उतरता है. वो कब-कहां और कैसे अपने दुश्मनों को मौत के घाट उतरता ये कोई भी नहीं जानता.

क्रिस कायल वो स्नाइपर हैं जिसका नाम भर सुन कर ही इराक में अल कायदा के आतंकवादी कांप जाते थे. क्रिस कायल के सिर पर आतंकवादियों ने 80 हजार डॉलर का इनाम रखा था. कायल ने इराक में 160 आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया था. क्रिस कायल उर्फ शैतान-अर-रामादी. उर्फ रामादी का शैतान. ये वो नाम है जो इराक में अल कायदा के आतंकवादियों ने क्रिस कायल को दिया था.

साल 1999 में क्रिस अमेरिकी फौज में भर्ती हुआ था. इसके बाद उसे नेवी सील टीम 3 की चार्ली प्लैटून में शामिल कर लिया गया. क्रिस ने अमेरिकी फौज में नौकरी करने तक इराक में चार बार टूर ऑफ डयूटी की. इस दौरान वो दो बार गोली लगने और छह बार आईडी धमाकों की वजह से घायल हुआ. सूत्रों के मुताबिक क्रिस कायल ने बतौर स्नाईपर काम करते हुए 160 आतंकवादियों के निशाना बनाया.

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कहते हैं कि क्रिस ने अपना सबसे लबीं दूरी का निशाना इराक के सद्र शहर में लगाया था जब उसने 2100 गज यानि करीब 1920 मीटर की दूरी पर बैठे एक आतंकवादी को मार गिराया था. उस वक्त वो आतंकवादी इलाके में गश्त पर निकली अमेरिकी मरिन टुकड़ी पर ग्रेनेड फेंकने की तैयारी कर रहा था.

क्रिस कायल को बहादुरी के लिए दो सिल्वर मेडल, पांच ब्रॉन्ज स्टार मेडल, एक नेवी एंड मरिन कॉरप्स मेडल, दो नेवी एंड मरिन कॉरप्स एचीवमेंट मेडल से नवाजा गया था. लेकिन तकरीबन 10 साल तक अमेरिकी सेना में काम करने के बाद 2009 में क्रिस ने नौकरी छोड़ दी थी. और टेक्स्स आकर अपने परिवार के साथ रहने लगा. इस दौरान उसने इराक में अपने अनुभवों पर एक किताब 'अमेरिकन स्नाइपर' भी लिखी.

2 फरवरी 2013 को एडी रे रुथ ने क्रिस कायल और उसके एक दोस्त चैड लिटिलफील्ड की गोली मार कर हत्या कर दी. एडी रे रुथ एक मानसिक बीमारी से जूझ रहा था और क्रिस उसकी मदद करने की कोशिश कर रहा था.एडी पर क्रिस कायल और चैड लिटिलफील्ड की मौत के मुकदमे की सुनवाई के बाद अदालत ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई है.

क्रिस की मौत के बाद हॉलीवुड के जाने-माने एक्टर डायरेक्टर क्लिंट ईस्टवुड ने उसकी जिंदगी पर अमेरिकन स्नाइपर' नाम की एक फिल्म बना चुके हैं.

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