कबड्डी के नेशनल प्लेयर रोहित की पत्नी ने अपने सुसाइड नोट और ऑडियो में ससुरालवालों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. ललिता ने मरने से पहले दो पन्नों के एक सुसाइड नोट और एक ऑडियो में अपना दर्द बंया किया है. उसने सुसाइड नोट में लिखा था कि आत्महत्या पाप है, लेकिन इस पाप को गले लगाना उसकी मजबूरी है.
फांसी लगाकर की थी आत्महत्या
दिल्ली के नांगलोई इलाके में प्रो-कबड्डी लीग प्लेयर रोहित की 28 वर्षीय पत्नी ललिता ने अपने मायके में बीते सोमवार की शाम लगभग 7:30 बजे फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी. सेल्फी की शौकीन ललिता ने अपनी हंसी के पीछे बहुत बड़ा ग़म छुपाती रही. ललिता ने अपनी सांसों को खत्म करने से पहले सुसाइड नोट के अलावा एक ऑडियो भी रिकार्ड किया था.
सुसाइड नोट में बंया किया था दर्द
पुलिस को उसके कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ था. जिससे पता चला था कि ललिता को उसका पति रोहित परेशान करता था. उसने अपने सुसाइड नोट में रोहित और उसके घरवालों पर प्रताडना का आरोप लगाया था. ललिता ने लिखा था कि रोहित ने उसे बीच में ही छोड़ दिया. रोहित ने उसे और उसके परिवार को बहुत रुलाया और दुख दिया. इसी से तंग कर आकर वह ये कदम उठा रही है.

ललिता की ये दूसरी शादी थी
डीसीपी विजय कुमार ने बताया कि रोहित इंडियन नेवी में नौकरी करता है. रोहित और ललिता की लव मैरिज हुई थी. ललिता की यह दूसरी शादी थी. उसकी पहली शादी वर्ष 2012 में हुई थी. ललिता ने अपने पहले पति के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला भी दर्ज कराया था.
ये ललिता का पहला करवाचौथ होता
अगर ललिता जिंदा होती तो यह उसकी जिंदगी का ये पहला करवाचौथ होता. लेकिन छलनी से करवा चौथ के चांद का दीदार करने से पहले उसकी जिंदगी के सारे अरमान छलनी हो गए. पति की लंबी उम्र की दुआ मांगने से पहले ललिता ने अपनी जिंदगी छोटी कर ली. लेकिन खुदकुशी से पहले उसका दर्द, उसकी चीत्कार सुनने वालों के कलेजे को छलनी कर रही है.
रोहित को कुछ मत कहना
पुलिस के मुताबिक ललिता ने ससुराल वालों पर दहेज के लिए मेंटल और फिज़िकल टॉर्चर करने के आरोप लगाए हैं. बताया जाता है कि ललिता डिप्रेशन में थी, क्योंकि उसकी पहली शादी भी दहेज की वजह से टूटी थी. शायद उसे डर था कि रोहित से भी उसकी शादी टूट ना जाए. ललिता ने रोहित से बेइंतेहा प्यार किया था, और वो किसी भी कीमत पर उसे खोना नहीं चाहती थी. जब वो आखिरी बार अपना ऑडियो रिकॉर्ड कर रही थी, तो एक ही बात कह रही थी, रोहित को कुछ मत कहना.