एक वो लड़की थी, जिसे आसाराम कभी अपनी पोती समान बताया करते थे और एक ये लड़की है, जिसे वो अपनी बेटी समान बता रहे हैं लेकिन सितम देखिए कि ये दोनों ही लड़कियां ना तो आसाराम को दादा समान मानने को तैयार हैं और ना ही पिता समान बल्कि दोनों ही आसाराम के खिलाफ इल्ज़ामों का वो पिटारा खोले बैठी हैं, जो हर रोज उनकी मुसीबतें बढ़ा रहा है.
अहमदाबाद पुलिस की पूछताछ में आसाराम ने अपने खिलाफ सूरत में बलात्कार की रिपोर्ट दर्ज करवानेवाली लड़की को बेटी समान बता कर पुलिस के सामने एक नया दांव खेलने की कोशिश की. पुलिस सूत्रों की मानें तो सोमवार की रात जोधपुर से अहमदाबाद लाए जाने के बाद एटीएस के दफ्तर में चली क़रीब ढाई घंटे की पूछताछ में आसाराम ने कहा कि वो अपने खिलाफ़ रिपोर्ट दर्ज करवानेवाली लड़की को पहचानते तक नहीं हैं, क्योंकि उनके आश्रम में बहुत सी लड़कियां रहती हैं.
अब सवाल ये उठता है कि जिस लड़की को आसाराम अपनी बेटी समान बता रहे हैं, आख़िर वही लड़की आसाराम के खिलाफ़ इतना संगीन इल्जाम क्यों लगा रही है? वो भी तब, जब इस वारदात को कई सालों का वक़्त गुजर चुका है और वो लड़की अपने पूरे परिवार के साथ एक खुशहाल जिंदगी जी रही है. तो आसाराम के पास इस सवाल का भी जवाब है.
आसाराम ने अहमदाबाद पुलिस की पूछताछ में भी सोनिया और राहुल गांधी के खिलाफ दिए गए बयानों को ही इन आरोपों के पीछे की वजह करार दिया. लेकिन जब आसाराम के बातों की सच्चाई जानने के लिए पुलिस ने उनका लाई डिटेक्शन टेस्ट करवाने करवाने की बात कही, तो आसाराम को नींद आने लगी. आसाराम ने कहा कि वो बहुत थक चुके हैं और अब वो सोना चाहते हैं. जाहिर है, लाई डिटेक्शन के सवाल को आसाराम अपनी पहली पूछताछ में तो टाल गए, लेकिन अभी चार दिनों की पुलिस रिमांड में आसाराम को ऐसे एक नहीं, दसियों सवाल का जवाब देना होगा.
इससे पहले अहमदाबाद लाए जाने के बाद रात आठ बजे औपचारिक तौर पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया और कहा कि अगर वो किसी से अपनी गिरफ्तारी की इत्तिला देना चाहें, तो दे सकते हैं. इस पर आसाराम ने अपने वकील को ख़बर भिजवाई. अहमदाबाद पुलिस ने पूछताछ से पहले रात करीब एक बजे आसाराम को सूरत में उनके खिलाफ़ दर्ज करवाई गई बलात्कार की रिपोर्ट पढ़ कर सुनाई जबकि आसाराम औपचारिक तौर पर अपना बयान दर्ज करवाने से पहले पुलिस अधिकारियों से बातचीत कर लगातार अपनी बात रखने की कोशिश करते रहे.