एक वो लड़की थी, जिसे आसाराम कभी अपनी पोती समान बताया करते थे और एक ये लड़की है, जिसे वो अपनी बेटी समान बता रहे हैं लेकिन सितम देखिए कि ये दोनों ही लड़कियां ना तो आसाराम को दादा समान मानने को तैयार हैं और ना ही पिता समान बल्कि दोनों ही आसाराम के खिलाफ इल्ज़ामों का वो पिटारा खोले बैठी हैं, जो हर रोज उनकी मुसीबतें बढ़ा रहा है.