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महाराष्ट्र में कहर बरपा रहा कोरोना, मुंबई में फिर हजार से ज्यादा केस

मुंबई में 1051 कोरोना के नए मामले सामने आए, जबकि 5 लोगों की मौत हो गई. कोरोना संक्रमण के मद्देनजर पुणे शहर में 14 मार्च तक के लिए स्कूल, कॉलेज और प्राइवेट कोचिंग सेंटर्स को बंद करने का फैसला लिया गया.

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मुंबई में लोगों का तापमान चेक करते स्वास्थ्यकर्मी (फोटो- पीटीआई)
मुंबई में लोगों का तापमान चेक करते स्वास्थ्यकर्मी (फोटो- पीटीआई)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • मुंबई में 1051 कोरोना के नए मामले सामने आए
  • पुणे में नाइट कर्फ्यू, स्कूल-कॉलेज बंद
  • महाराष्ट्र में लगातार पांचवें दिन कोरोना के 8000 से ज्यादा नए केस

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. मुंबई में रविवार को फिर एक हजार से ज्यादा कोरोना के नए केस सामने आए. मुंबई में 1051 कोरोना के मामले आए, जबकि 5 लोगों की मौत हो गई. कोरोना संक्रमण के मद्देनजर पुणे शहर में 14 मार्च तक के लिए स्कूल, कॉलेज और प्राइवेट कोचिंग सेंटर्स को बंद करने का फैसला लिया गया है. नाइट कर्फ्यू भी 14 मार्च तक के लिए बढ़ाया गया है. 

बता दें कि महाराष्ट्र में लगातार पांचवें दिन कोरोना के 8000 से ज्यादा नए केस सामने आए हैं. रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 8293 नए केस दर्ज हुए. इसके अलावा राज्य में 62 और लोगों की मौत हो गई. 

महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा एक्टिव केस पुणे (15005), मुंबई (8299) और ठाणे (8076) में हैं. एक्टिव केस के मामले में महाराष्ट्र पूरे देश में टॉप पर है. महाराष्ट्र के बाद एक्टिव केसों में दूसरा नंबर केरल का है. महाराष्ट्र के पुणे में रात 11 से सुबह 6 बजे के बीच जरूरी सेवा से जुड़ी सर्विस को छोड़कर किसी भी तरह की पब्लिक मूवमेंट पर पाबंदी रहेगी. 
 
इस बीच रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोरोना संकट शहर में फिर से बढ़ रहा है. सरकार को मजबूरी में लॉकडाउन लगाना पड़ा है. हम सबको कोरोना नियमों का पालन करते हुए संक्रमण से बचाव करना है. 

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वहीं देश में कोरोना टीकाकरण का दूसरा चरण 1 मार्च से शुरू हो रहा है. पूरे देश में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के साथ-साथ 20 गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 45 साल से अधिक उम्र वालों को वैक्सीन लगाई जाएगी. ऐसे में महाराष्ट्र में बीएमसी ने इसको लेकर कमर कस ली है, क्योंकि राज्य में कोरोना ने फिर खतरनाक रूप ले लिया है. 

बीएमसी के मुताबिक, सभी निजी अस्पतालों के साथ बैठक पूरी हो चुकी है. निजी अस्पताल जो सार्वजनिक स्वास्थ्य योजनाओं के साथ-साथ केंद्र या राज्य सरकार की स्वास्थ्य बीमा योजनाओं को लागू कर रहे हैं, उन्हें टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा. नगर निगम/सरकारी अस्पतालों में टीकाकरण निशुल्क है.

वहीं, निजी अस्पतालों में प्रत्येक खुराक के लिए 250 शुल्क लिया जाएगा. केंद्र सरकार से जन आरोग्य योजना और केंद्रीय या राज्य स्वास्थ्य बीमा योजना को लागू करने वाले 53 अस्पतालों की सूची प्राप्त हुई है. 2 मार्च 2021 से 19 अन्य नगर निगमों में टीकाकरण केंद्रों पर टीकाकरण निशुल्क प्रदान किया जाएगा.

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